जमशेदपुर/Lakshminarayan Temple: गोलमुरी के केबुल टाउन स्थित श्री श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) में श्री लक्ष्मी नारायण की संगमरमर प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा 07 जुलाई (रथ यात्रा के दिन) आषाढ़ नवरात्र की शुभ घड़ी में होनी है। मंदिर के निर्माण एवं प्राण प्रतिष्ठा के समारोह के लिए गठित समिति का विस्तारीकरण किया जा रहा है।
इस समिति के संयोजक जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय हैं। समिति में केबुल टाउन के सभी हिस्सों- केबुल टाउन ओल्ड, केबुल टाउन न्यू, ओल्ड डीएस और न्यू डीएस, केबुल बस्ती, केबुल हरिजन बस्ती आदि के सभी घरों के निवासी समिति के सदस्य होंगे।
इसके अतिरिक्त पारडीह काली मंदिर, बेल्डीह काली मंदिर, श्रीभुवनेश्वरी मंदिर टेल्को, श्रीकृष्ण मंदिर टेल्को, श्रीराम मंदिर टेल्को, श्रीराम मंदिर, बिष्टुपुर सहित शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों का प्रतिनिधित्व समिति में रहेगा। इसके अतिरिक्त विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी समिति में शामिल किए जाएंगे।
इसके साथ ही पुरोहित संघ, पत्रकार संगठनों, व्यवसायी वर्ग, अधिवक्ता, चिकित्सक, विभिन्न उद्योगों और ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि, कला-संस्कृति एवं क्रीड़ा क्षेत्र के प्रतिनिधि भी समिति में शामिल किए जाएंगे।
समिति में जिला प्रशासन, धार्मिक न्यास बोर्ड, पर्यटन विभाग, टाटा स्टील लिमिटेड, टाटा स्टील यूआईएसएल, जेएनएसी आदि का प्रतिनिधित्व भी रहेगा। ऐसे सभी व्यक्तियों और संस्थाओं से श्रीश्री लक्ष्मी नारायण मंदिर केबुल टाउन, गोलमुरी की इस समिति में शामिल होने के लिए लिखित सहमति प्राप्त की जाएगी। तदुपरांत इनके नामों की घोषणा की जाएगी।
Lakshminarayan Temple: बाहरी आवरण को किया जा रहा सुसज्जित
श्री श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के गर्भ गृह का अंदरूनी हिस्सा बनकर तैयार हो गया है। इसके बाहरी आवरण को सुदृढ़ एवं सुसज्जित करने का कार्य प्रगति पर है। मंदिर के प्रवेशद्वार (गोपुरम) की मरम्मत एवं रंगाई प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व कर दी जाएगी। मंदिर प्रांगण में स्थित गरूड़ स्तंभ की मरम्मत तथा मंदिर के सीढ़ियों की मरम्मत प्राण-प्रतिष्ठा दिवस के पूर्व पूरी कर ली जाएगी।
इसके साथ ही मुख्य मंदिर के चारो ओर बने हुए मंदिरों में से एक में भगवान शिव एवं शिव परिवार, एक में मां काली, एक में मां सरस्वती का विग्रह स्थापित किया जाएगा।
मुख्य मंदिर के सामने के दो मंदिरों में विध्नहर्ता भगवान श्रीगणेश और हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। प्रयास होगा कि मुख्य मंदिर के गर्भ गृह में श्री लक्ष्मी नारायण की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही इन सभी देवताओं के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा भी कर ली जाए। तदुपरांत मंदिर के शेष बचे विशाल भाग का जीर्णोद्धार एवं मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
Lakshminarayan Temple: सभी सदस्यों से मांगा जा रहा सुझाव
समिति में सदस्य के रूप में जिनसे प्रतिनिधि हेतु आग्रह किया जा रहा है, उनकी लिखित सहमति प्राप्त होने के उपरांत विस्तारित समिति की घोषणा की जाएगी और एक बड़ी बैठक बुलाकर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी के साथ उन्हें जोड़ा जाएगा। केबुल टाउन के उपर लिखित सभी क्षेत्रों के वैसे सभी व्यक्तियों, जो सामाजिक कार्यों में रूचि रखते हैं, उनसे अनुरोध है कि वे अपनी सुविधानुसार मंदिर परिसर का भ्रमण कर और प्राण-प्रतिष्ठा समारोह तक होने वाले कार्यों को संपन्न करने में सलाह और सुझाव दें।
Lakshminarayan Temple: धार्मिक व पर्यटन स्थल किया जाएगा विकसित
यह मंदिर जमशेदपुर के धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध होगा और इसके प्रांगण में केवल और केवल आध्यात्मिक एवं मांगलिक कार्य ही सम्पन्न होंगे। किसी भी तरह की व्यवसायिकता का पुट मंदिर के कार्यक्रमों में नहीं होगा। साथ ही इस मंदिर परिसर को वेद अध्ययन अनुशीलन केन्द्र के रूप में भी विकसित करने की योजना पर काम किया जाएगा। अधिवक्ता अखिलेश श्रीवास्तव समिति के विधि परामर्शी नियुक्त किए गए हैं।
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