सेंट्रल डेस्क: RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी को साथ लेकर चलता है। शताब्दी वर्ष प्रारंभ होने से पहले तक पूरे देश में एक लाख शाखाएं प्रारंभ करने की योजना पर काम चल रहा है। शताब्दी वर्ष के दौरान समाज परिवर्तन कार्य में संघ के स्वयंसेवक जुट जाएंगे। इसमें समाज के दूसरे लोग भी सहभागी बनने को तैयार हैं। यह कहना था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य का।
नागपुर में शुक्रवार को आरएसएस के तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुरू होने के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। बैठक का शुभारंभ आरएसएस के सरसंघचालक डाक्टर मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने किया।
RSS : अल्पसंख्यकों के बीच बढ़ेगी संघ की सक्रियता
अल्पसंख्यकों के बीच संघ अपनी पैठ कैसे बढ़ाएगा। इससे संबंधित सवालों के जवाब में सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि देश के 140 करोड़ लोग हिंदू हैं क्योंकि हमारे पूर्वज एक हैं। हमारी संस्कृति भी एक है और एक ही भारत माता भी। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के लोग संघ की शाखा में वर्षों से सक्रिय रहे हैं। उनमें एक प्रकार के भय का निर्माण किया जा रहा था वह अब दूर हो रहा है। अल्पसंख्यक समाज के लोग आरएसएस के नजदीक आ रहे हैं।
आरएसएस के शिक्षा वर्ग में होगा बदलाव
प्रतिनिधि सभा के बाद संघ शिक्षा वर्ग में बदलाव किया जाएगा। प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण अब संघ शिक्षा वर्ग कहलाएगा, जो 20 दिनों की जगह 15 दिनों का होगा। उसके बाद द्वितीय वर्ष कार्यकर्ता विकास वर्ग एक और तृतीय वर्ष कार्यकर्ता विकास वर्ग दो कहलाएगा। मनमोहन वैद्य ने कहा कि इसमें भी व्यावहारिक शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। उससे पहले तीन दिनों का प्रारंभिक वर्ग होगा। उसके बाद सात दिनों का प्राथमिक वर्ग। इस बार कार्यकर्ता विकास वर्ग दो का आयोजन नागपुर में 13 मई से 6 जून तक किया जाएगा।
लगातार बढ़ रहा संघ का दायरा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि संघ के कार्य का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अभी पूरे देश में 73,117 शाखाएं लग रही हैं, जबकि पिछले वर्ष 68000 के लगभग इनकी संख्या थी। इसी से समझ सकते हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य दायित्व भी बढ़ रहा है। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर और सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार और आलोक कुमार भी उपस्थित थे।
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