चाईबासा/Negligence in Ayushman Card: झारखंड में आयुष्मान हेल्थ कार्ड बनाने में 12 जिलों की लापरवाही सामने आयी है। इन जिलों में पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, सिमडेगा, गोड्डा, धनबाद, लातेहार, हजारीबाग, साहेबगंज, पलामू, चतरा, जामताड़ा व गिरीडीह शामिल हैं। इनमें भी पश्चिमी सिंहभूम जिले का प्रदर्शन बेहद खराब है। झारखंड राज्य आरोग्य सोसायटी के कार्यकारी निदेशक डा. अबु इमरान ने मंगलवार को आभासी बैठक के माध्यम से खराब प्रदर्शन करने वाले सभी 12 जिलों चेतावनी देते हुए निर्देश दिया है कि संबंधित जिले 20 दिनों में कम से कम 60 प्रतशित अच्छादित लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बन जाना चाहिए।
उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने में अच्छा करने वाले जिलों की प्रशंसा भी की। बताया गया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में 13 लाख 12 हजार 163 आयुष्मान लाभुक पंजीकृत हैं। इनमें से केवल 4 लाख 28 हजार 163 लाभुकों का ही हेल्थ कार्ड बना है। इस आंकड़े के अनुसार अभी तक जिले में केवल 30 प्रतिशत लाभुकों का ही हेल्थ कार्ड बन पाया है।
Negligence in Ayushman Card: आयुष्मान कार्ड की मुख्य विशेषताएं
स्वास्थ्य कवरेज : आयुष्मान कार्ड प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करता है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने, सर्जरी, निदान के साथ-साथ उपचार जैसे चिकित्सा खर्चों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
कैशलेस उपचार : जिसके पास आयुष्मान कार्ड है वह पूरे भारत में किसी भी सरकारी-निर्दिष्ट अस्पताल में कैशलेस उपचार के लिए पात्र है। आपको अस्पताल को कोई भुगतान जमा करने की आवश्यकता नहीं है।
पारिवारिक कवरेज : आयुष्मान कार्ड एक पारिवारिक कार्ड है। यह योजना सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) डेटाबेस के अनुसार एक परिवार के सभी सदस्यों को कवर करती है।
कोई आयु सीमा नहीं : कोई आयु प्रतिबंध नहीं है। आयुष्मान कार्ड के तहत बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी को मुफ्त इलाज मिलेगा।
आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया तेज की जायेगी। इसके लिए संबंधित लोगों को निर्देशित किया गया है। आयुष्मान कार्ड सभी प्रज्ञा केन्द्रो, बीटीटी, सहिया साथी और सीएचओ के माध्यम से निश्शुल्क मोबाइल एप की मदद से बन रहा है। इसके अलावा सभी सीएचसी व सदर अस्पताल में आयुष्मान मित्र यह कार्ड बना रहे हैं। लाभुक इनसे सम्पर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं।
-डा. साहिर पाल, सिविल सर्जन, पश्चिमी सिंहभूम।
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