कौन साथ है
कौन खिलाफ है
क्या फर्क पड़ता है..
तुम साथ हो तो
पूरी कायनात साथ है
ऐसा लगता है…..।
जब दुनिया खिलाफ होती है
तो तुम मेरे साथ होते हो
और जब हम दर्द में होते हैं
तो तुम मरहम लगाते हो
जब हम रोते हैं
तो तुम आंसू पोछते हो
फिर क्या फर्क पड़ता है
कौन साथ है…
कौन खिलाफ है…
तुम साथ हो
तो पूरी कायनात साथ है
ऐसा लगता है
हर मुश्किल आसान होती है
जब तुम मेरे साथ होते हो
कुछ न कह के
सब कुछ साझा कर लेना
तुमसे बड़ा आसान होता है
जब तुम साथ होते हो
सब कुछ आसान होता है….।
कौन साथ है…
कौन खिलाफ है …
क्या फर्क पड़ता है
जब तुम साथ हो
तो पूरी कायनात साथ है
ऐसा लगता है….।
कौन साथ है
कौन खिलाफ है
क्या फर्क पड़ता है….
तुम साथ हो तो
पूरी कायनात साथ है
ऐसा लगता है….।
श्वेता सिंह विशेन✍🏻
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