स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के ग्रैंडमास्टर D Gukesh ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया है। 17 वर्ष के गुकेश विश्व चैंपियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बन गए हैं। उन्होंने 40 साल पुराना गैरी कास्पोरोव का रिकॉर्ड तोड़ा। गुकेश ने 14वें और आखिरी दौर में अमेरिका के हिकारू नकामूरा से ड्रॉ खेला। विश्व चैंपियन के चैलेंजर का निर्धारण करने वाले इस टूर्नामेंट में उनके 14 में से 9 अंक रहे। वे साल के आखिर में मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देंगे।
D Gukesh ने बताया जीत की प्रेरणा का स्रोत
ज्यादातर एथलीट्स के लिए जीत ही सबसे बड़ी प्रेरणा होती है, लेकिन इतिहास रचने वाले भारत के युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश उनमें से नहीं हैं। उनका कहना है कि सातवें दौर में फिरोजा अलीरजा से हारने के बाद उन्हें सबसे युवा कैंडिडेट्स शतरंज चैंपियन बनने की ऊर्जा और जीत की प्रेरणा मिली। गुकेश ने इंटरव्यू में कहा-मैं शुरू ही से अच्छा महसूस कर रहा था, लेकिन सातवें दौर में अलीरजा से हारने के बाद मैं निराश था। अगले दिन मुझे आराम करना था और मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा था।
इस तरह की हार से मुझे ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है। हार के बाद मुझे लगा कि अगर मैं आगे अच्छा खेलता हूं और सही मानसिकता के साथ खेलता हूं, तो टूर्नामेंट जीत सकता हूं।
सबसे कम उम्र के विजेता
चेन्नई के 17 वर्षीय डी गुकेश ने प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी के रूप में हिस्सा लिया था। हालांकि, अब कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट के अंतिम दौर में हिकारू नाकामुरा के खिलाफ ड्रॉ खेलने के बाद वह इस टूर्नामेंट के सबसे कम उम्र के विजेता बन गए हैं। इतना ही नहीं, वह विश्व शतरंज चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बन गए हैं।
वह कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बन गए और विश्वनाथन आनंद के बाद यह टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए। गुकेश को इस जीत के बाद 88500 यूरो (78.5 लाख रुपए) इनाम में मिले। इस टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि 5 लाख यूरो थी। इससे पहले इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप को विश्वनाथन आनंद ने जीता था। पांच बार विश्व चैंपियन रहे आनंद ने 2014 में ये खिताब जीता था।
विश्वनाथन आनंद ने दी जीत की बधाई
आनंद ने भी सोशल मीडिया पर गुकेश को बधाई दी है। उन्होंने कहा, “सबसे कम उम्र के चैलेंजर बनने के लिए गुकेश को बधाई। आपने जो किया है, उस पर वाका चेस परिवार को बहुत गर्व है। आपने जिस तरह से खेला और कठिन तरीके से संभाला, मुझे निजी तौर पर बहुत गर्व है कि आपने किस तरह खेला और मुश्किल स्थिति को संभाला। इस पल का आनंद उठाएं।”
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