स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली। Gopal Mandir : यह तो सभी जानते हैं कि अपना भारत देश विविधताओं से भरा देश है। यह देश कई कारणों से दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। आपने देश में अनेक ऐसे मंदिरों के विषय में सुना होगा, या भ्रमण किया होगा, जो रहस्य, रोमांच एवं संस्कृति के धरोहर स्थल है। कई मंदिर अपने उत्कृष्ट निर्माण शैली के लिए भी प्रसिद्ध होते हैं।
वहीं कुछ मंदिरों के साथ रहस्य भी उनकी प्रसिद्धि का कारण होता है। ऐसा ही एक आकर्षक मंदिर स्थित है, मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में। यह मंदिर गोपाल मंदिर के नाम से लोकप्रिय है।
Gopal Mandir- मई में वार्षिक उत्सव का किया जाता है आयोजन
गोपाल मंदिर का निर्माण 1970 ईस्वी में किया गया था। इस मंदिर में प्रत्येक वर्ष मई के महीने में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है। यह चार दिनों का उत्सव होता है, जिसमें मंदिर की साज- सज्जा देखने में भव्य एवं अलौकिक होती है। यह मंदिर गुरु भक्तों पूज्य राम शंकर जी जानी (बड़े बाप जी) पूज्य घनश्याम प्रभु जी जानी (छोटे बाप जी) और माता रविकांता बेन जी (गोपाल प्रभु) को समर्पित किया गया है।
Gopal Mandir- पुस्तकें मंदिर का आकर्षण
गोपाल मंदिर में अनेक संस्थाएं भी कार्यरत हैं, जैसे गोपाल वाचनालय, श्री गोपाल शिशु विद्या मंदिर। गोपाल वाचनालय में धर्म, साहित्य, संस्कृति से संबंधित लगभग बीस हजार पुस्तकों का संग्रह है। इस विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को शिक्षा दी जाती है।
Gopal Mandir- आरती, भजन व उत्सव
गोपाल मंदिर में प्रातः काल 9:30 बजे आरती की जाती है, एवं रात्रि प्रहर में 8:00 बजे भजन संध्या आयोजित की जाती है। गोपाल मंदिर में उत्सव के दिनों में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।
Gopal Mandir- कहां स्थित है मंदिर
गोपाल मंदिर मध्य प्रदेश (एमपी) के झाबुआ शहर के बीचो-बीच स्थित है। यह मंदिर इंदौर से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसे में यहां एक बार लोगों को जरूर जाना चाहिए। इस मंदिर में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं।
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