जमशेदपुर/Gadapujan: हनुमान जयंती पर मंगलवार को बारीडीह स्थित ‘श्री श्री नर्मदेश्वर शिव व संकटमोचन हनुमान मन्दिर’ में सामूहिक गदापूजन हुआ। इस कार्यक्रम की शुरूआत शंखनाद से की गई। इसके बाद सामूहिक प्रार्थना, ‘गदापूजन’ अनुष्ठान, श्री हनुमान की आरती, श्री हनुमान चालीसा के पाठ के साथ ‘श्री हनुमते नमः’ का सामूहिक जप किया गया। ‘धर्मसंस्थापना के लिए हनुमानजी के गुणों को कैसे आत्मसात किया जाए’, इस पर भी मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम के अंत में ‘रामराज्य की स्थापना के लिए प्रार्थना कर सामूहिक प्रतिज्ञा’ ली गई ।
इस गदापूजन के पीछे की भूमिका बताते हुए, कार्यक्रम में उपस्थित हिंदू जनजागृति समिति के सदस्यों ने कहा कि युगो-युगों से हनुमानजी के शौर्य के प्रतीक रूप में उनकी ‘गदा’ पहचानी जाती है! इसी दैवी गदा से उन्होने कई शक्तिशाली राक्षसों को मार डाला और भगवान श्री रामचंद्र के ‘रामराज्य’ में बड़ा योगदान दिया। महाभारत के युद्ध में भी हनुमानजी ने अर्जुन के रथ पर बैठकर पांडवों को धर्मयुद्ध जीतने में दैवीय सहायता की थी।
हिंदुओं में शौर्य बढ़ाने और रामराज्य के लिए बारीडीह में सामूहिक Gadapujan
छत्रपति शिवाजी महाराज के हिंदवी स्वराज्य की स्थापना के लिए भी समर्थ रामदासस्वामी ने 11 मारुति की स्थापना की और मावलो को (शिवाजी महाराज के सैनिको को) बल प्राप्त करवाकर दिया। अब 500 साल बाद पुन: एक बार अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हुऐ हैं। ऐसे समय में हमें पुनः रामराज्य स्थापित करने के लिए हनुमानजी जैसी भक्ति और वीरता की अत्यंत आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए श्री हनुमान जयंती के मंगल दिन पर जगह-जगह गदापूजन का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर मंदिर के ट्रस्टी राजन गोराई सहित समिति के बीवी कृष्णा, सुदामा शर्मा, रंजना वर्मा, सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ता एवं धर्मनिष्ठ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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