जमशेदपुर : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाए जाने के बाद झारखंड में कांग्रेस कोटे से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शनिवार को उनसे जमशेदपुर के एग्रिको स्थित आवास पर मुलाकात की।
इस दौरान बन्ना गुप्ता ने रघुवर दास को राज्यपाल पद पर नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही कहा कि झारखंड गठन के बाद संभवतः यह पहला अवसर है जब यहां के किसी विधायक को राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पद का दायित्व सौंपा गया है, यह ना केवल रघुवर जी बल्कि पूरे कोल्हान प्रमंडल एवं झारखंड प्रदेश के लिये गौरव का विषय है।
बोले बन्ना- लंबे रघुवर के लंबे राजनैतिक अनुभव का मिलेगा लाभ
बन्ना गुप्ता ने बधाई देते हुये कहा कि रघुवर दास के रुप में ओडिशा राजभवन को एक निष्पक्ष नेतृत्व प्राप्त होगा। साथ ही इनके लंबे राजनैतिक अनुभव का लाभ ओडिशा राज्य को प्राप्त होगा।
इस अवसर पर कांग्रेस के कई और नेता कमल किशोर अग्रवाल, संदीप मुरारका, सन्नी संघी, कुलवंत सिंह बंटी, सतबीर सिंह सूमो, दिनेश कुमार इत्यादि उपस्थित थे।
क्या 2024 के चुनाव में भाजपा में होंगे बन्ना गुप्ता?
वहीं इन दोनों नेताओं के मुलाकात का अब राजनीतिक मायने भी निकाले जाने लगे हैं। बन्ना गुप्ता को लेकर 2019 के विधानसभा चुनाव के समय से ही यह चर्चा है कि वे भाजपा के संपर्क में हैं। लेकिन उस समय बन्ना गुप्ता भाजपा में जाने की जगह कांग्रेस में ही रहे। लेकिन कोल्हान में राजनैतिक परिदृश्य बदलने के बाद अब फिर से यह चर्चा जोरों पर है कि बन्ना भाजपा का दामन थाम सकते हैं और रघुवर दास वह कड़ी हैं जो भाजपा व बन्ना गुप्ता को करीब ला रहे हैं। कहा जा रहा है कि बन्ना गुप्ता 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा से चुनाव लड़ सकते हैं। यही वजह है कि हाल के दिनों में भाजपा व खासकर केंद्रीय नेतृत्व के प्रति बेहद नरम नजर आ रहे हैं। व इससे पहले भी रघुवर दास से कई बार मिल चुके हैं।
रघुवर के बाद बन्ना बन सकते हैं भाजपा का ओबीसी चेहरा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बात करें तो वे राज्य में भाजपा के सबसे बड़े ओबीसी चेहरा रहे हैं। अब उनके राज्यपाल बनने के बाद अब झारखंड की सक्रिय राजनीति से वे दूर हो जाएंगे।
ऐसे में भाजपा को एक बड़े ओबीसी चेहरे की तलाश है जिसे बन्ना गुप्ता पूरा कर सकते हैं। वे एक जनाधार वाले नेता के साथ ही अच्छे वक्ता भी हैं। साथ ही जाति से बनिया हैं।
यह इस समय भाजपा के राजनीति में सबसे ताकतवर जाति है। पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह व खुद रघुवर दास बनिया ही हैं। ऐसे में जाति फैक्टर भी बन्ना गुप्ता के पक्ष में हैं। यही वजह है कि भाजपा बन्ना गुप्ता को अपने पाले में लाने में जुटी है और इसकी जिम्मेदारी रघुवर दास को दी गयी है।
भाजपा में जाने की संभवनाओं से इनकार करते रहे हैं बन्ना:
हालांकि जब भी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से भाजपा में जाने को लेकर सवाल किया गया है वे इससे हमेशा इनकार करते रहे हैं। वे कहते हैं कि कांग्रेस ही उनकी पार्टी है ऐसे में किसी अन्य पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं है। हालांकि भाजपा में जाने की उनी इच्छा किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में देखना होगा की आने वाला दिन झारखंड की राजनीति को कौन सा मोड़ देता है।
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