पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि एनडीए के हो जाएंगे? यह चर्चा एक बार फिर गर्म हो चली है। इसी बीच उन्होंने अगले बयान में कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया। यह गर्मागर्म चर्चा यूं ही नहीं है। दरअसल, हाल में ही मोतिहारी के केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने कहा था कि उनकी और बीजेपी की दोस्ती खत्म नहीं हुई है।
इस बयान के बाद ही नीतीश कुमार के एनडीए में जाने की चर्चा शुरू हो गई थी। यह चर्चा अभी चल ही रही थी कि इस बीच उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने तेजस्वी के कंधे पर हाथ रख रख कहा कि यह बच्चा ही मेरे लिए सबकुछ है। आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
बीजेपी के साथ अब भी दोस्ती
बिहार सीएम नीतीश कुमार ने दीक्षांत समारोह के दौरान कहा था कि जितने लोग हमारे हैं, सब साथी हैं। हम अलग हैं और आप अलग हैं, ये सब बात छोड़ दीजिए। और इसका क्या मतलब है? हमारी दोस्ती कभी खत्म नहीं होगी। चिंता मत कीजिए. जब तक हम जिंदा रहेंगे, तब तक बीजेपी से संबंध बना रहेगा। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्यपाल की ओर देखते हुए कहा था कि हम सब मिलकर काम करेंगे।
नीतीश के बाद जानें क्या कहा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने
नीतीश कुमार के इस बयान के बाद बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा था कि नीतीश कुमार से भाजपा की कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। इसके साथ उन्होंने कहा था कि लेकिन जब तक वह तुष्टिकरण की राजनीति करेंगे, तब तक बीजेपी उनका विरोध जरूर करेगी।
तो क्या बयान का गलत मतलब निकाला गया?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी से दोस्ती के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि बीजेपी से दोस्ती की कोई बात ही नहीं थी। उनके बयान की गलत व्याख्या की गई। नीतीश कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि वह काम याद रखने की बात कर रहे थे। हम मोतिहारी में कह रहे थे कि यहां सेंट्रल यूनिवर्सिटी खुली है, इसमें राज्य सरकार का कितना योगदान है। लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए।
यह बच्चा ही मेरा सबकुछ है
सीएम नीतीश कुमार शनिवार की सुबह बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने मुख्य सचिवालय पहुंचे थे। उन्होंने बीजेपी के साथ विवादित बयान पर कहा कि मेरे कहने का मतलब था कि जो काम हुआ है उसे याद रखिए। इस दौरान उनके साथ बगल में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी थे। मीडिया के सामने ही उन्होंने तेजस्वी के कंधे पर हाथ रखा और फिर कहने लगे कि ये बच्चा ही हम लोगों का सब कुछ है। हम साथ मिलकर प्रदेश में अच्छा काम कर रहे हैं।
जब मीडिया पर भी भड़के सीएम नीतीश कुमार
नीतीश ने मीडिया पर भी जमकर निशाना साधा और यहां तक कहा कि आज वो मीडिया से बात कर रहे हैं। लेकिन, आगे से मीडिया से बात ही नहीं करेंगे। सब कुछ गलत हो रहा है। शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम नीतीश कुमार भड़क भी गए। मोतिहारी में आयोजित दीक्षांत समारोह में बीजेपी से दोस्ती वाली खबर चलाने को लेकर मीडिया पर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि मुझे दुख हुआ. अगर ऐसे ही गलत छापा जाएगा और दिखाया जाएगा तो आज अंतिम दिन है। ऐसा बयान छपेगा तो बोलना बंद कर दूंगा।
फिर भाजपा पर हमलावर हुए नीतीश
नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा नेता सुशील मोदी पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि वह पहले क्या थे? क्या आप सुशील मोदी के बारे में भूल गए, वह यहां कब थे? इसके बाद उन्होंने तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनके पिता को पटना विश्वविद्यालय का अध्यक्ष बनाया गया और सुशील मोदी को महासचिव बनाया गया। मैं इंजीनियरिंग कॉलेज में था और हमने उन्हें जिताया। उन्होंने आगे कहा कि यह सब पुरानी खबर है और हम साथ थे तो अच्छा काम कर रहे थे लेकिन अब उन्हें हटा दिया गया है।
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