स्पेशल डेस्क, जयपुर/रांची : राजस्थान में हो रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ गौरव वल्लभ को पार्टी ने उदयपुर सिटी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। जमशेदपुर के एक्सएलआरआई में प्रोफेसर रहे डॉ. गौरव वल्लभ मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं। उदयपुर में उनकी ससुराल है। डॉ गौरव वल्लभ के माता-पिता दोनों शिक्षक रहे हैं। झारखंड में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. गौरव वल्लभ ने जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था।
राजस्थान चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ को टिकट
भाजपा के तत्कालीन मंत्री सरयू राय के बाग़ी हो जाने के बाद उत्पन्न परिस्थिति व चतुष्कोणीय मुक़ाबले में उन्हें करीब 20,000 मत प्राप्त हुए थे। पहले भाजपा से प्रत्याशी रहे रघुवर दास के ओडिशा और अब कांग्रेस से डॉ. गौरव वल्लभ के राजस्थान शिफ्ट होने से जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट पर कुछ और वैकेंसी हो गई है। पिछला चुनाव लड़ने वाले दो अहम प्रत्याशी आने वाले चुनाव में मैदान से बाहर हो गए हैं। जाहिर है, मौजूदा स्थिति में इस सीट पर दूसरे लोगों को भाग्य आजमाने का मौका मिल सकता है।
आनंद बिहारी, राकेश्वर पांडे, रघुनाथ पांडे पर दाव लगा सकती है पार्टी
डॉ गौरव वल्लभ की गैरमौजूदगी में कांग्रेस पार्टी जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट पर पार्टी के मौजूदा जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे, मजदूर नेता राकेश्वर पांडे अथवा मजदूर नेता रघुनाथ पांडेय में किसी एक पर दाव लगा सकती है। आनंद बिहारी दुबे जमशेदपुर पूर्वी सीट पर गौरव वल्लभ से पहले चुनाव लड़ते रहे हैं। पिछले चुनाव में पार्टी ने उनकी जगह जनता के सामने नया चेहरा पेश किया था।
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पहले रघुवर दास और अब गौरव वल्लभ के मैदान से बाहर जाने से जमशेदपुर पूर्वी सीट के मौजूदा विधायक सरयू राय के लिए लड़ाई और आसान हो गई है। पिछले चुनाव में उनके दो अहम प्रतिद्वंदी राजनीतिक परिस्थितियों के बीच अन्यत्र शिफ्ट हो गए हैं। अगर सरयू राय आने वाले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर अपनी मौजूदा सीट से उतरते हैं तो उनको कड़ी चुनौती देने वाले दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों के दो बड़े चेहरे सामने नहीं होंगे।
डॉ अजय कुमार की इंट्री से बदल सकते हैं समीकरण, लोकसभा चुनाव पर निर्भर करेगा दारोमदार
जमशेदपुर की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति के बीच पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार की इंट्री से समीकरण बदल सकता है। उम्मीद की जा रही है कि इंडिया गठबंधन की तरफ से जमशेदपुर लोकसभा सीट पर डॉ अजय कुमार दावेदार हो सकते हैं। अगर बदली परिस्थिति में उन्हें किसी कारण से लोकसभा का उम्मीदवार नहीं बनाया जाता है या किसी कारणवश जीत हासिल नहीं होती है तो वह फिर विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य जमाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में डॉक्टर अजय कुमार को पार्टी जमशेदपुर पूर्वी सीट ऑफर कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो मौजूदा विधायक सरयू राय को चुनाव में कड़ी चुनौती मिल सकती है।
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झारखंड का राजनीतिक अनुभव राजस्थान में गौरव वल्लभ के आएगा काम
डॉ गौरव वल्लभ दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। झारखंड का राजनीतिक अनुभव राजस्थान में डॉ. गौरव वल्लभ के काम आने वाला है। उदयपुर सीट और जमशेदपुर पूर्वी की सीट के बीच एक सबसे बड़ी समानता यह है कि दोनों भाजपा की परंपरागत सीटें रही हैं। दोनों सीटों से निर्वाचित होते रहे पूर्व विधायक वर्तमान में अलग-अलग प्रदेशों के राज्यपाल की भूमिका में है। ऐसे में गौरव वल्लभ को दूसरी बार भाजपा का किला फतह करने की जिम्मेदारी पार्टी ने दी है। डॉ गौरव वल्लभ की छवि एक पढ़े लिखे और योग्य नेता की रही है। जिनके सामने आर्थिक मामलों पर बहस करने के प्रतिद्वंदियों के पसीने छूट जाते हैं।
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