नई दिल्ली : तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 52 कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर दी है। तेलंगाना की 119 सीटों पर 30 नवंबर को चुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने 9 अक्टूबर को तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में मतदान के तारीख की घोषणा की थी। पांचों राज्यों में 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। पार्टी ने राज्य में अपने 4 में से 3 सांसदों को टिकट दिया है।
राज्य में भाजपा के इकलौते विधायक टी राजा सिंह को टिकट मिला है। टी राजा को अगस्त 2022 में सस्पेंड किया गया था। भाजपा ने लिस्ट जारी करने से थोड़ी देर पहले उनका निलंबन रद्द कर दिया। शनिवार की रात को जब बीजेपी ने तेलंगाना विधायक टी राजा सिंह का निलंबन रद्द कर किया था, तभी उन्हें टिकट दिया जाना कंफर्म हो गया था। विधायक टी राजा सिंह को पिछले साल पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।
अगस्त में हुआ था सस्पेंशन
विधायक को मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली कुछ टिप्पणियां करने के आरोप में पिछले साल अगस्त में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्हें 25 अगस्त को जेल भेज दिया गया था। तेलंगाना हाई कोर्ट ने पुलिस आयुक्त के आदेश को रद्द करने और उन्हें जमानत देने के बाद राजा सिंह को 9 नवंबर को जेल से रिहा कर दिया गया। हालांकि, अदालत ने उन्हें ऐसा कोई भाषण या टिप्पणी नहीं करने का निर्देश दिया जिससे समुदायों के बीच नफरत पैदा हो।
गौशमहल से चुनाव लड़ेंगे टी राजा
भाजपा ने राज्य के फायर ब्रांड हिन्दूवादी नेता टी राजा सिंह को गौशमहल से प्रत्याशी बनाया है। वे अभी इसी सीट से विधायक हैं। बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने रविवार को राजा सिंह को सूचित किया कि उनका निलंबन रद्द करने का फैसला किया गया है। समिति ने उनके निलंबन के बाद उन्हें जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब के आधार पर यह निर्णय लिया।
चुनाव नहीं लड़ने का किया था ऐलान
बीजेपी ने उनके निलंबन को रद्द करने में देरी की, इसलिए राजा सिंह ने इस साल अगस्त में राज्य विधानसभा को बताया था कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव के साथ उनकी मुलाकात के बाद अटकलें शुरू हो गई थीं कि वह सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने बीजेपी छोड़ने या निर्दलीय चुनाव लड़ने से इनकार किया था।
निलंबन रद्द होने के बाद ओवैसी पर बयान
टी राजा सिंह बीजेपी के द्वारा निलंबन रद्द करने के बाद फिर से अपने अंदाज में आ गए हैं। राजा सिंह ने अपने चिरपरिचित अंदाज में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है। राजा ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि हैदराबाद का सांसद असदुद्दीन ओवैसी है। जो कि देशद्रोही है। पहले वह कांग्रेस को वोट बेचता था अब बीआरएस को बेचता है। राजा सिंह ने कहा कि उनकी विधानसभा इसी लोकसभा का हिस्सा है। वे इस बार भी जीत हासिल करेंगे। टी राजा सिंह का ये कोई एक दो बयान नहीं है बल्कि उन्हें उनके बयानों के लिए जाना जाता है।
उनके समर्थक राजा सिंह में हिंदू ह्दय सम्राट की छवि देखते हैं और एक आवाज पर निकल आते हैं। यही वजह है कि शायद तेलंगाना में बीआरएस से लड़ रही बीजेपी ने राजा सिंह पर दांव खेलना मुफीद समझा। राजा सिंह तेलंगाना और साउथ में अपने फायरब्रांड तेवरों के लिए जाने जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसके चलते उनके खिलाफ 75 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं। इसमें 30 मामले धार्मिक भावनाएं भड़काने के हैं। हैदराबाद पुलिस ने 2019 में उन्हें राउडी (हिस्ट्री) शीटर का टैग दिया था।
विवादों के घेरे में टी राजा सिंह
टी राजा सिंह अक्सर अपने बयान से विवाद के घेरे में आ जाते हैं। 2017 में उन्होंने पद्मावती फिल्म विवाद पर कहा था कि जिस थियेटर में इस फिल्म को दिखाया जाएगा, हम उसे जला देंगे। इसी साल उन्होंने एक कार्यक्रम में ओल्ड हैदराबाद मिनी पाकिस्तान बताया था। कहा था कि अगर यहां के घरों की जांच की जाए तो हर घर में बम मिलेंगे। इतना ही नहीं इसी साल उन्होंने राम मंदिर के जान लेने और जान देने का संकल्प लिया था। इस पर विवाद हुआ था।
2018 में जब देशभर में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर विवाद हो रहा था, तब टी राजा सिंह ने कहा था कि अगर वे भारत देश नहीं छोड़ते हैं तो उन्हें गोली मार देनी चाहिए। इसी साल उन्होंने कहा था कि आरएसएस से जुड़े बिन आप सच्चे हिंदू नहीं बन सकते हो। इस बयान पर भी वे सुर्खियों में रहे थे।