पटना: नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में तेजस्वी यादव को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें विदेश जाने की अनुमति दे दी है। दरअसल, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने 24 अक्टूबर से 1 नवंबर तक सरकारी काम के लिए विदेश जाने की अनुमति कोर्ट से मांगी थी। तेजस्वी ने कोर्ट में उनका पासपोर्ट रिलीज करने के लिए अर्जी लगाई थी। लैंड ऑर जॉब केस में तेजस्वी यादव का पासपोर्ट कोर्ट में जमा है और कोर्ट ने बिना इजाजत उनके विदेश जाने पर रोक लगा रखी है। अब कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद तेजस्वी यादव 24 अक्टूबर को जापान जाएंगे।
कोर्ट से मिला आदेश
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को राजद नेता तेजस्वी यादव की अर्जी पर सुनवाई की और तेजस्वी के पासपोर्ट को रिलीज करने का आदेश दिया। इस निर्णय के बाद, तेजस्वी यादव को सरकारी अनुमति के साथ विदेश यात्रा करने की इजाजत दी गई है। इसके परिणामस्वरूप, तेजस्वी यादव अब 24 अक्टूबर से 1 नवंबर तक जापान जा सकेंगे। नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में पूर्व रेलमंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, लालू की बेटी और सांसद मीसा भारती समेत अन्य आरोपियों को कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राहत दी। इससे पहले हुई सुनवाई में भी कोर्ट ने लालू परिवार और अन्य को 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी। इसके साथ ही सुनवाई की तारीख 16 अक्टूबर तय की थी।
जापान की यात्रा पर जाएंगे तेजस्वी
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उन्हें हाजिर होने से पहले मुक्त कर दिया, लेकिन विदेश यात्रा के लिए परमिशन और पासपोर्ट को लेकर फैसला ढाई बजे के बाद देने की बात कही गई थी। बाद में उन्हें इसकी अनुमति भी मिल गई। बता दें कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ऑफिसियल दौरे पर जापान जाने वाले हैं। कोर्ट से फैसले से लालू परिवार के साथ सरकार और खासकर राजद में खुशी की लहर है। इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में जमानत मिलने के बाद कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
नौकरी के बदले जमीन घोटाला क्या है?
रेल भर्ती से जुड़े एक और घोटाले का आरोप यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर भी लगा है। मामले में सीबीआई ने विजय सिंगला समेत 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में विजय सिंगला पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है। 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए। सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। उनपर आरोप लगा है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले बेशकीमती जमीन या तो उपहार स्वरूप या बेहद कम कीमतों में ली। वहीं इस मामले में आरोप है कि इन जमीनों को लालू यादव ने अपने परिवार के नाम भी कराया। इस मामले में लालू, राबड़ी, मीसा भारती और तेजस्वी यादव फिलहाल बेल पर हैं।
लालू परिवार को बड़ी राहत
इससे पहले सोमवार को नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले को लेकर कोर्ट में हुई सुनवाई में लालू परिवार को दो बड़ी राहत मिली हैं। पहली तो लालू यादव परिवार को सुनवाई के लिए कोर्ट में स्वयं उपस्थित नहीं होना पड़ेगा। कोर्ट ने वकील के उस अनुरोध पर भी विचार किया, जिसमें सीबीआई को दस्तावेजों को पेन ड्राइव में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाए, क्योंकि प्रदान की गई सीडी लैपटॉप पर काम नहीं कर रही है। कोर्ट ने वकील को जांच अधिकारी के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया।
आगे की सुनवाई दो नवंबर को
इसके बाद दूसरी बड़ी राहत देते हुए कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख दो नवंबर दे दी। इससे पहले 4 अक्तूबर को अदालत ने नौकरी के लिए कथित भूमि घोटाला मामले में नई चार्जशीट के संबंध में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी, राबड़ी देवी और अन्य को जमानत दे दी थी। कोर्ट ने सीबीआई को मामले के सभी आरोपियों को नई चार्जशीट की कॉपी देने का भी निर्देश दिया था।
जापान जाने के किए मांगी थी अनुमति
जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव ने जापान में दुर्गापूजा में शामिल होने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी। उन्होंने कोर्ट को बताया था कि वह जापान में अपने पिता लालू प्रसाद यादव व परिवार के साथ दुर्गापूजा में शामिल होना चाहते हैं। कोर्ट ने तेजस्वी यादव की याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें विदेश जाने की अनुमति दे दी है। कोर्ट ने कहा है कि तेजस्वी यादव को भारत लौटने के लिए 15 नवंबर तक का समय दिया जाएगा। तेजस्वी यादव के विदेश जाने की अनुमति मिलने के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। उन्होंने तेजस्वी यादव को बधाई दी है।