पटना :Sushil Modi passes away: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 72 वर्षीय बीजेपी नेता कैंसर से पीड़ित थे और इसी वजह से वह लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार भी नहीं कर पा रहे थे। सुशील मोदी का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह पटना के राजेंद्र नगर स्थित आवास पर लाया जाएगा।
भाजपा की बिहार इकाई ने भी सुशील मोदी के निधन की पुष्टि की है। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी के निधन की खबर से भाजपा परिवार अत्यंत दुखी है। यह बिहार और संपूर्ण भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने बीते 3 अप्रैल को खुद के कैंसर से पीड़ित होने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। प्रधानमंत्री को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।
Sushil Modi passes away: 1990 से अब तक रहे थे सक्रिय राजनीति में
सुशील मोदी बिहार के दिग्गज नेताओं में से एक थे। सुशील मोदी 1990 में सक्रिय राजनीति में शामिल हुए थे। वहीं, 1990 में ही वह पटना सेंट्रल सीट से विधानसभा चुनाव लड़े थे। इसी साल वह बीजेपी से बिहार विधानसभा दल के मुख्य सचेतक बनाए गए थे। 1996 से 2004 तक वह राज्य विधासनभा में विपक्ष के नेता रहे थे। पटना हाई कोर्ट में सुशील मोदी ने लालू यादव के खिलाफ जनहित याचिका दायर की थी, जिसके बाद चारा घोटाले के रूप में इस मामले को जाना जाने लगा था। साल 2004 में भागलपुर संसदीय क्षेत्र से वह लोकसभा सदस्य बने।
पढ़ाई छोड़ जेपी आंदोलन में कूद पड़े
सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी 1952 को पटना में हुआ था। उनकी माता का नाम रत्ना देवी और पिता का नाम मोती लाल मोदी था। उन्होंने पटना के सेंट माइकल स्कूल से अपनी पढ़ाई की। इसके बाद वह बीएससी की डिग्री बीएन कॉलेज पटना से प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने एमएससी का कोर्स छोड़ दिया और जयप्रकाश नारायण द्वारा चलाए गए आंदोलन में कूद पड़े। इसे जेपी आंदोलन के रूप में जाना जाता है।
सुशील मोदी ने 1987 में जेसी जॉर्ज से शादी की थी। उनके दो पुत्र हैं – इनमें एक उत्कर्ष तथागत इंजीनियरिंग क्षेत्र में काम करते हैं और अक्षय अमृतांशु कानूनी क्षेत्र में काम करते हैं।
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