नई दिल्ली/Shah Viral Video : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की एडिटिड वीडियो गलत जानकारी के साथ वायरल करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इस संबंध में पुलिस को दो शिकायतें मिलीं थीं- एक बीजेपी की ओर से और एक गृह मंत्रालय की ओर से। दोनों शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए साइबर विंग की आईएफएसओ यूनिट ने मामला दर्ज किया, साथ ही पुलिस ने फेसबुक और एक्स से जानकारी मांगी है कि इस वीडियो को किस अकॉउंट से पोस्ट किया गया था।
वहीं, अमित शाह की वायरल वीडियो में दिखाया जा रहा था कि उन्होंने एक रैली में एससी-एसटी या ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म करने की बात कही है, जबकि हकीकत में ऐसा कुछ नहीं कहा गया था।
भाजपा ने इसी वीडियो के खिलाफ शिकायत देते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण खत्म करने की कोई बात गृहमंत्री ने नहीं कही है। वायरल वीडियो में जो बातें कही जा रही हैं, वो बिलकुल फर्जी हैं। गृह मंत्री ने असल में कहा था कि सरकार बनते ही बीजेपी मुस्लिम समुदाय को दिए जा रहे असंवैधानिक आरक्षण को हटा देगी। लेकिन इन बातों को गलत तरह से प्रसारित किया गया।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद ही खबर आई कि भाजपा और गृह मंत्रालय की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 153, 153ए, 465, 469, 171G, और आईटी एक्ट की धारा- 66सी के तहत केस दर्ज किया गया है।
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