जमशेदपुर/Sameer Mohanty: आखिरकार झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र से अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया। पार्टी की ओर से बहरागोड़ा के विधायक समीर कुमार मोहंती पर दांव लगाया गया है। गुरुवार को झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने एक लोकसभा व एक विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की सूची जारी की। इसके तहत जहां जमशेदपुर से समीर मोहंती को चुनाव मैदान में उतारा गया है, वहीं गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी ने पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन को उम्मीदवार बनाया है।
मालूम हो कि जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र पर काफी मंथन के बाद पार्टी ने समीर मोहंती का नाम आगे किया। यहां बता दें कि इस सीट से भाजपा के विद्युत वरण महतो दो बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं और इस बार भी भाजपा ने उन्हीं को चुनावी मैदान में तीसरी बार टिकट दिया है। ऐसे में समीर मोहंती का मुकाबला इस सीट पर दो बार के सांसद विद्युत वरण महतो से होगा।
Sameer Mohanty: कुणाल षाड़ंगी ‘घर के रहे न घाट के’
जेएमएम द्वारा जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के लिए उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद सबसे अधिक झटका पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को लगा है। षाड़ंगी 2014 में जेएमएम से बहरागोड़ा के विधायक थे, लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में वे जेएमएम छोड़कर भाजपा में चले गए थे। इस पर झामुमो ने बहरागोड़ा से समीर मोहंती को उम्मीदवार बना दिया और समीर मोहंती ने कुणाल षाड़ंगी को हरा दिया।
इसके बाद से कुणाल भाजपा में तो रहे, लेकिन हाशिए पर हैं। इसी को देखते हुए इस बार जोर-शोर से चर्चा हो रही थी कि कुणाल षाड़ंगी जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र से झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। बताया जाता है कि वे फिर से जेएमएम से जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के लिए टिकट के जुगाड़ में थे। लेकिन, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने जेल से ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को संकेत दे दिया था कि दलबदलू नेताओं को टिकट नहीं देना है। इसके अलावा झामुमो के ही कई विधायक कुणाल के विरोध में थे। यही वजह रही कि उन्हें जेएमएम में इंट्री नहीं मिली। ऐसे में उन पर ‘घर के रहे न घाट के’ वाली कहावत चरितार्थ हाे रही है।
भाजपा की होगी करारी हार : समीर मोहंती
जमशेदपुर लोकसभा सीट से टिकट मिलने के बाद समीर मोहंती ने कहा कि पार्टी ने उनपर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं पार्टी का आभारी हूं। साथ ही इस चुनाव में जीत ही हमारा एकमात्र लक्ष्य है। जमशेदपुर की जनता जेएमएम की ओर देख रही है। क्योंकि अपने दो बार के कार्यकाल में भाजपा के सांसद ने कोई काम नहीं किया है। यही वजह है कि जनता उनसे नाराज है। इसका फायदा मुझे मिलेगा।
READ ALSO : LokSabha Election: राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में वेयरहाउस में रखे गए ईवीएम