नई दिल्ली : राष्ट्रीय लोकदल (RLD) बीजेपी के नेशनल डैमोक्रेटिक अलायंस (NDA) में शामिल हो गयी है । इसकी आधिकारिक घोषणा शनिवार को हुई। RLD के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान अमित शाह ने जयंत चौधरी का NDA परिवार में स्वागत किया। इसी साल फरवरी में मोदी सरकार ने RLD चीफ जयंत चौधरी के दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया था। इस घोषणा से भावुक जयंत सिंह ने BJP से हाथ मिलाने के सवाल पर कहा था कि ‘अब मैं किस मुंह से इनकार करूं।’ इसके बाद से ही RLD के NDA में शामिल होने की संभावना जतायी जाने लगी थी।
RLD – अमित शाह ने क्या कहा?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर विश्वास प्रकट करते हुए RLD के अध्यक्ष जयंत चौधरी के NDA में आने से किसान, गरीब और वंचित वर्ग के उत्थान करने के हमारे संकल्प को और बल मिलेगा।
400 सीटों पर जीत का लक्ष्य
अमित शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में NDA ने 400 सीटों जीत का लक्ष्य निर्धारित किया है। जयंत चौधरी के NDA में आने से कई सीटों पर गठबंधन की स्थिति मजबूत होगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोशल साइट एक्स पर लिखा है कि RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी के NDA परिवार में शामिल होने के निर्णय का स्वागत करता हूं।
भाजपा ने 195 प्रत्याशियों की सूची जारी की
जेपी नड्डा ने सोशल साइट एक्स पर यह भी लिखा है कि जयंत चौधरी देश की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। मालूम हो कि शनिवार को भाजपा ने अपने 195 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है, जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दर्जनभर से अधिक सीटें शामिल हैं। भाजपा ने ज्यादातर नामों को रिपीट किया है, जिसकी वजह RLD का साथ आना बताया जा रहा है।
इन सीटों पर भाजपा को फायदा
RLD को NDA में शामिल होने से भाजपा को कई सीटों पर फायदा होगा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा को अब कैराना, नगीना, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, रामपुर, संभल, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी जैसी सीटों पर फायदा होगा।
सपा से 2018 उपचुनाव से था गठबंधन
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में आरएलडी और सपा का गठबंधन 2018 के लोकसभा उपचुनाव से था। 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। तब सपा ने आरएलडी को तीन सीटें दी थीं, हालांकि किसी भी सीट पर आरएलडी जीत नहीं सकी। 2022 का विधानसभा चुनाव भी सपा और आरएलडी ने मिलकर लड़ा था। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने आरएलडी को 33 सीटें दी थीं. इनमें से आरएलडी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
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