जयपुर: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भजनलाल सरकार के विधायक भगवान श्रीराम के दर्शन करने अयोध्या (Rajasthan CM in Ayodhya) पहुंचे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित मंत्रिमंडल के 23 मंत्री, 8 सांसद और 61 विधायक रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं। इनमें 4 निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। भजनलाल शर्मा ने कहा, “मुझे आज यहां अयोध्या शहर पहुंचकर खुशी हो रही है… मैं अभिभूत महसूस कर रहा हूं… मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं कि रामलला का इतना भव्य मंदिर बना है। राम हमारे रोम रोम में बसे हैं।”
कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से हुई देरी
सुबह साढ़े 7 बजे सीएम सहित सभी मंत्री, विधायक और अन्य सहयोगियों के साथ कई अधिकारी अयोध्या गए। अयोध्या दौरे का प्रोग्राम कई दिन पहले ही बन गया था। इस बीच सीएम भजनलाल कोरोना पॉजिटिव हो गए। रविवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ गई, जिसके बाद सीएम सहित पूरी कैबिनेट रामलला के दर्शन करने पहुंच गई।
जयपुर से अयोध्या के लिए विशेष विमान बुक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ जयपुर से कुल 133 लोग अयोध्या पहुंचे, जिनमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त ओंकार सिंह लाखावत, मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग और भजनलाल सरकार के 23 मंत्री शामिल हैं। भाजपा के 57 विधायक, 4 निर्दलीय विधायक, 8 सांसद, 21 अधिकारी और 16 अन्य सहयोगी भी अयोध्या पहुंचे हैं। जयपुर से अयोध्या के लिए विशेष विमान बुक कराया गया। ये माननीय शाम साढ़े 7 बजे वापस जयपुर लौटेंगे।
प्रभु राम जो करेंगे अच्छा करेंगे: भजनलाल शर्मा
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि राम हमारे रोम-रोम में बसते हैं, राम हमारे आस्था के केंद्र हैं। लोकसभा चुनाव पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जगह राम की महिमा है, भगवान राम जो करेंगे अच्छा करेंगे। वहीं, राजस्थान विधानसभा के स्पीकर वासुदेव ददलानी ने कहा कि आज अयोध्या आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जो हम बरसों से आंदोलन करते थे, हमने जो ईंटों का पूजन किया था, वह साकार हुआ और प्रत्यक्ष अब दर्शन करने का अवसर मिला है। राजस्थान सरकार व सबको मैं अपनी तरफ से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
(Rajasthan CM in Ayodhya)
उन्होंने आगे कहा, राजस्थान अयोध्या का रिश्ता बहुत पुराना है। सनातन और संस्कृति में इसका उल्लेख है। राजस्थान की वीर भूमि से राम जी का पुराना नाता रहा है, यह केवल मंदिर ही नहीं है, विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र बनने जा रहा है। सारा विश्व इससे आध्यात्मिक चेतना भी लेगा। इस मंदिर में सिर्फ हिंदू नहीं, विश्व के सभी धर्म के लोग यहां आकर प्रेरणा लेंगे। भारत को जल्द ही पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्वगुरु का दर्जा मिल जाएगा।
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