जमशेदपुर: ओडिशा के राज्यपाल बनाये जाने के बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बड़ा बयान दिया है। दास ने कहा है कि उन्हें किसी बात का मलाल नहीं है।
किसी बात का मलाल नहीं पार्टी ने मजदूर से राज्यपाल तक बनाया
भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने मुझे मंडलाध्यक्ष, विधायक, प्रदेशाध्यक्ष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड का मुख्यमंत्री बनाने के बाद अब राज्यपाल बनाया। मुझे पार्टी ने जब जो जिम्मेदारी दी गई मैंने उसका निर्वहन ईमानदारी से किया। सीएम रहते झारखंड में पांच साल तक एक बेदाग, जिम्मेदार, ईमानदार और जनता के प्रति जवाबदेह सरकार मैंने चलाया। कभी सपने में नहीं सोचा था कि राज्यपाल भी बनेंगे। पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी पहले दिन थी, कल दी और आज प्रदान की है, उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभायेंगे।
बोले- किसी के रहने, नहीं रहने से नहीं पड़ता फर्क
अब झारखंड व जमशेदपुर में सक्रिय राजनीति में नहीं रहने पर आनेवाले गैप के संबंध में पूछे जाने पर रघुवर दास ने कहा कि इसी का नाम भारतीय जनता पार्टी है। यह वंशवाद, परिवारवाद से दूर है। किसी के रहने या जाने से पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। यहां का हर कार्यकर्ता एक सिपाही सिपाही है जो नई जिम्मेदारियां के लिए तैयार रहता है।
मजदूर से राज्यपाल तक बना, खुद को मानता हूं भाग्यशाली
रघुवर दास ने कहा कि मैं अपने आप को भाग्यशाली समझता हूं कि एक मजदूर को राज्यपाल जैसे बड़े संवैधानिक पद की जिम्मेदारी दी गई है। मैं इसका निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करूंगा।
भाजपा के प्रति जताया आभार
जमशेदपुर के एग्रिको स्थित आवास पर गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए रघुवर दास ने कहा कि पार्टी के इस फैसले ने साफ कर दिया है कि संगठन के प्रति प्रतिबद्ध होकर काम करनेवाला कार्यकर्ता शिखर तक जा सकता है, यह जमीन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं के लिए एक संदेश है कि अगर वह ईमानदारी से पार्टी के लिए काम करेंगे तो पार्टी उन्हें शीर्ष तक पहुंचा देगी।
राज्यपाल का पद का होगा अलग अनुभव:
रघुवर दास ने कहा कि उन्हें राज्यपाल का पद बिल्कुल एक अलग तरह का अनुभव होगा। क्योंकि यह एक संवैधानिक पद है और इसकी अपनी मर्यादाएं हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की सोच है कि किस तरह संघीय ढांचे को मजबूत किया जाये, पूरा देश टीम इंडिया के रूप में आगे बढ़े, सभी राज्य विकसित हो। रघुवर दास ने कहा कि पहले भी वह ओडिशा जाते रहते थे, अब भगवान जगन्नाथ ने अपना आशीर्वाद दिया है। अच्छी बात यह है कि ओडिशा में रहने के कारण झारखंड को भी मैं काफी करीब से देख पाऊंगा। मैं कहीं भी रहूं झारखंड मेरे दिल में रहेगा।
लोकसभा की सभी 14 सीटें जीतने का दवा
रघुवर दास ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाना है। अगले विधानसभा में झारखंड में डबल इंजन की सरकार यहां बनानी है। उन्होंने कहा कि
वह एक कार्यकर्ता के रूप में 1980 में पार्टी में जुड़े और विधायक दीनानाथ पांडेय के लिए बूथ प्रबंधन किया। पार्टी किसी को भी चुनाव लड़ाये, जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं के कंधे पर आ जाती है। वही प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा बांधते हैं। जमशेदपुर के लाखों मजदूरों का आशीर्वाद उनके साथ है।
बेहतर कार्य कर रहे हैं ओडिशा के सीएम:
रघुवर दास ने कहा कि ओडिशा हमारा पड़ोसी राज्य है, वहां के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जनता की भलाई के लिए काफी बेहतर काम कर रहे हैं। ऐसे में उनके साथ मिलकर प्रदेश को और बेहतर कैसे बनाया जाये, इस पर मेरा मुख्य फोकस रहेगा। झारखंड और ओडिशा में एक सामान्य यह है कि झारखंड की तरह ही ओडिशा में भी प्रचुर खनिज संपदा है। ऐसे में प्राकृतिक संसाधन से संपन्न इस राज्य में विकास की गति और कैसे तेज हो इस पर हम दोनों मिलकर काम करेंगे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की वह सभी आज खुश हो रहे होंगे कि उनके साथ का एक मजदूर ओडिशा जैसे बड़े प्रदेश में संवैधानिक पद पर नियुक्त किया गया।
भाजपा के सिद्धांत के बारे में बोले
रघुवर दास ने कहा कि भाजपा केवल सत्ता पाने के लिए राजनीति नहीं करती है। बल्कि विकास, सुशासन और बेहतर समाज का निर्माण कैसे हो, यह संगठन का यह पहला ध्येय रहता है। सत्ता आती-जाती रहती है, सत्ता सेवा करने का एक साधन है, साध्य नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में शोषित, वंचित और पिछड़ों का उत्थान हो रहा है, पूरे देश में मोदी की लहर चल रही है। इसका असर लगातार तीसरी बार 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।
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विभिन्न संगठनों और लोगों ने दी बधाई
रघुवर दास को राज्यपाल बनाये जाने पर गुरुवार को उनसे मिलने व बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। एग्रिको आवास में गुरुवार की सुबह से ही पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, विभिन्न कॉरपोरेट के प्रतिनिधि, विभिन्न समाजसेवी संगठन, परिवार के लोग, रिश्तेदार, दोस्त-शुभचिंतकों का आना-जाना लगा रहा।
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