PM Modi vs Mallikarjun Kharge On Letter to CJI: वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा समेत करीब 600 वकीलों द्वारा चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखे जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि दूसरों को धमकाना और धौंस दिखाना कांग्रेस पार्टी की ‘पुरानी संस्कृति’ रही है। वहीं पीएम की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने पीएम मोदी पर लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया है।
PM Modi vs Mallikarjun Kharge On Letter to CJI: PM मोदी ने क्या लिखा
पीएम मोदी ने इस पत्र की प्रति एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘दूसरों को धमकाना और धौंस दिखाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है। पांच दशक पहले ही उसने एक ‘प्रतिबद्ध न्यायपालिका’ का आह्वान किया था। वे बेशर्मी से अपने स्वार्थी हितों के लिए दूसरों से प्रतिबद्धता चाहते हैं, लेकिन राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से दूर रहते हैं।’ उन्होंने दावा किया, ‘कोई आश्चर्य नहीं कि 140 करोड़ भारतीय उन्हें खारिज कर रहे हैं।
PM Modi vs Mallikarjun Kharge On Letter to CJI: मल्लिकार्जुन खरगे का पलटवार
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि आप लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने में माहिर हैं। पीएम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आप भूल गए हैं कि आपकी पार्टी ने मौजूदा लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में एक पूर्व हाई कोर्ट जस्टिस को मैदान में उतारा है। उन्हें यह उम्मीदवारी क्यों दी गई? आप ही राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग लाए, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी’।
खरगे ने आगे लिखा, ‘मोदी जी, आपकी तरफ से एक के बाद एक संस्थानों को झुकाने की कोशिश की जाती रही है, इसलिए अपने पापों के लिए कांग्रेस पार्टी पर दोष मढ़ना बंद करें। आप लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने और संविधान को चोट पहुंचाने की कला में माहिर हैं’।
PM Modi vs Mallikarjun Kharge On Letter to CJI: वकीलों द्वारा लिखी गई चिट्ठी में क्या है
बता दें, वकीलों द्वारा लिखी गई इस चिट्ठी में बिना नाम लिए एक वर्ग पर निशाना साधा गया और आरोप लगाया गया है कि वे दिन में राजनेताओं का बचाव करते हैं और फिर रात में मीडिया के माध्यम से न्यायाधीशों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। पत्र में कहा गया है कि यह समूह अदालतों के कथित बेहतर अतीत और सुनहरे दौर की झूठी कहानियां बनाता है और इसकी तुलना वर्तमान में होने वाली घटनाओं से करता है। पत्र में दावा किया गया है कि उनकी टिप्पणियों का उद्देश्य अदालतों को प्रभावित करना और राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें असहज करना है।
PM Modi vs Mallikarjun Kharge On Letter to CJI: 600 वकीलों ने लिखी चिट्ठी
‘न्यायपालिका पर खतरा : राजनीतिक और पेशेवर दबाव से न्यायपालिका को बचाना’ शीर्षक वाले पत्र को लिखने वाले करीब 600 वकीलों में आदिश अग्रवाल, चेतन मित्तल, पिंकी आनंद, हितेश जैन, उज्ज्वला पवार, उदय होला और स्वरूपमा चतुर्वेदी के नाम शामिल हैं। यूं तो वकीलों ने पत्र में किसी विशिष्ट मामले का उल्लेख नहीं किया है, लेकिन यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब अदालतें विपक्षी नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार के कई बड़े आपराधिक मामलों से निपट रही हैं।
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