कोलकाता/Election Commission: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला है। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों को देश के संसाधनों का इस्तेमाल कर प्रचार करने के लिए 7 चरणों में चुनाव कराने की योजना बनाई है।
मालदा के गाजोल में टीएमसी उम्मीदवार और पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रसून बनर्जी के लिए आयोजित सभा में ममता बनर्जी ने कहा कि 19 अप्रैल से 1 जून तक चुनाव करने के पीछे यही निहितार्थ है कि मोदी और उनके कैबिनेट के सहयोगी हर चरण से पहले देश भर में विशेष विमानों से यात्रा कर चुनाव प्रचार कर सकें और विपक्ष पर दबाव बनाए रखा जा सके।
ममता ने कहा कि उनकी रणनीति हर चरण से पहले विपक्ष पर हावी होने वाली है। पहले मई तक चुनाव हो जाया करते थे, लेकिन इस साल 1 जून तक इसे बढ़ा दिया गया है, ताकि मोदी सेना के विमान से दौरे कर सकें। वहीं, हमें हेलिकॉप्टर और अन्य वाहनों की व्यवस्था खुद करनी पड़ रही है। भाजपा नेता हेलिकॉप्टर बुक करके बैठ गए हैं, जिससे हमें बुकिंग नहीं मिल पा रही है। भाजपा नेता सभी सुविधाओं के साथ चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
Election Commission: ममता का भाजपा व कांग्रेस पर निशाना
ममता ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य से बीजेपी और कांग्रेस के जो सांसद चुने गए थे, उन्होंने राज्य की मनरेगा राशि और पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के बनने वाले घरों के संबंध में सवाल नहीं किया। जब हमारे नेताओं ने नवंबर 2022 में दिल्ली जाकर धनराशि जारी करने की मांग की, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ममता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के कुकर्मों और बड़े व्यापारिक घरानों से उनकी निकटता को उजागर करने के लिए हमारी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित कर दिया गया। ममता ने कहा है कि वे UCC को राज्य में लागू करने का पुरजोर विरोध करेंगी।
लगे हाथ ममता ने दावा किया कि भाजपा 400 सीट जीतने का दावा कर रही है, लेकिन वह 200 सीटें भी नहीं जीत सकेगी। कहा कि हम सीबीआई, ईडी और एनआईए से नहीं डरते। भाजपा इन एजेंसियों का कितना भी इस्तेमाल करने की कोशिश कर ले, वो दिल्ली (केंद्र) की सत्ता में वापस नहीं आएगी।
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