दुमका : सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को दुमका के कुमड़ाबाद में मयूराक्षी नदी पर बनाए गए राज्य का सबसे बड़ा उच्च स्तरीय पुल समेत 543 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार व बनने वाली 21 योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करते हुए कहा कि इससे आर्थिक विकास की गति तेज होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास में सुगम आवागमन सुविधा सबसे खास पहलू है। कहा कि मुंबई, कोलकाता, ओड़िशा समेत देश के कई विकसित राज्य व शहरों का तीव्र विकास इसलिए हुआ है क्योंकि यह समुद्री तट के किनारे बसे हैं। कहा कि दुमका के मयूराक्षी नदी पर 198.11 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार 2.34 किलोमीटर लंबा उच्च स्तरीय पुल के बन जाने से न सिर्फ पश्चिम बंगाल, रांची, जामताड़ा व नाला की दूरी कम हो जाएगी बल्कि इससे आर्थिक व पर्यटन के क्षेत्र में विकास होगा।
सुगम आवागमन की सुविधा आर्थिक विकास का सशक्त माध्यम
दुमका और मसलिया प्रखंड के कई गांवों के ग्रामीणों को भी अब दुमका आने जाने में काफी सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पुल का नाम दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु रखा जाएगा। इसके लिए तमाम सरकारी प्रक्रियाएं पूरी कर शीघ्र ही यहां शिलापट्ट भी लगाया जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने मंच पर बतौर विशिष्ट अतिथि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के दिए गए प्रस्ताव के बाद की। उन्होंने कहा कि राज्य के आंदोलनकारियों को सम्मान देने की हमारी परंपरा रही है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। यही वजह है कि राज्य सरकार ने राज्य में आवास से वंचित बेघर तकरीबन 8.50 लाख लोगों को तीन कमरे वाला आबुआ आवास देने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने इसके लिए 16 हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। कहा कि सरकार आमजनों के लिए निरंतर कार्य कर रही है। कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतार कर सरकार लोगों को सशक्त करने का काम कर रही है। जनता की जरूरतों के हिसाब से योजनाएं बनाई जा रही है ताकि सभी वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिल सके।
कहा कि सर्वजन पेंशन योजना से सभी योग्य लाभुक जिनकी उम्र 60 वर्ष है साथ ही विधवा तथा विकलांग लोगों को आच्छादित करने का कार्य किया जा रहा है। हरा राशन कार्ड के माध्यम से राज्य सरकार सभी योग्य लाभुकों को अनाज उपलब्ध करा रही है।धोती-साड़ी योजना के माध्यम से साल में दो बार धोती-साड़ी योग्य लाभुकों को उपलब्ध कराया जा रहा है। कहा सरकार आपके द्वार के माध्यम से जन-जन तक पहुंच कर समस्याओं का निदान कर रही है। इससे आमजनों का भरोसा सरकार के प्रति बढ़ा है। इससे पूर्व
बतौर विशिष्ट अतिथि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में संताल परगना समेत पूरे राज्य में तेज गति से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीते तीन वर्षों में पथ निर्माण विभाग की ओर से स्वीकृत तीन हजार 85 करोड़ रुपये की स्वीकृत योजनाओं में अकेले 865 करोड़ रुपये की योजनाएं दुमका जिले में स्वीकृत की गई है। इतना ही नहीं संताल परगना से रांची व पश्चिम बंगाल की दूरी कम करने के लिए मुख्यमंत्री ने निरसा के निकट वीर वेदिया में 280 करोड़ रुपये की लागत से उच्च स्तरीय पुल निर्माण की स्वीकृत दी है।
इसी क्रम में बादल ने कुमड़ाबाद में बनाए गए उच्चस्तरीय पुल का नाम दिशोम गुरु शिबू सोरेन सेतु रखने का प्रस्ताव भी दिया। कहा कि शिबू सोरेन के संघर्षों के परिणाम अलग झारखंड है। उनकी वजह से झारखंड के लोगों को झारखंडी होने का एहसास हो सका है।
बादल ने कहा कि राज्य सरकार ने तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों में भी राज्य के 22 लाख लोगों को सर्वजन पेंशन योजना, पांच लाख किसानों की कर्ज माफी, 25 लाख किसानों को मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना से आच्छादित करने का काम किया है। छात्राओं के लिए सावित्री बाई फूले योजना की शुरूआत की है। कार्यक्रम को सांसद विजय हांसदा, विधायक नलिन सोरेन, सीता सोरेन के अलावा पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार ने भी संबोधित किया। जबकि उपायुक्त ए.दोड्डे ने स्वागत भाषण दिया।
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