स्पेशल डेस्क, पटना. जब भी हमारे मन में हॉलीडे का ख्याल आता है तो सबसे पहले शिमला, मनाली , कुल्लू, गंगटोक जैसे पर्यटन स्थल ही प्राथमिक सूची में होते हैं। लेकिन बिहार में भी कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जहां की मनोरम वादियां और प्राकृतिक सौंदर्य आपके हॉलीडे को खास बना देंगे। जानिए बिहार के दस पर्यटन स्थल के बारे में, जिसकी विशेषता जानकर आप यहां जरूर जाना चाहेंगे।
बिहार एक रिच इंडियन कल्चर और ऐतिहासिक महत्वों वाला राज्य है। यहां कई खूबसूरत पर्यटक स्थान और धार्मिक महत्व के ऐतिहासिक मंदिर हैं, जहां दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं।
राजगीर (Rajgir)
राजगीर बिहार में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अपने प्राचीन इतिहास, धार्मिक महत्व, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थल अपने धर्मिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण पर्यटकों के बीच में लोकप्रिय है। राजगीर का प्राकृतिक सौंदर्य और प्राचीन धार्मिक स्थलों का दर्शन लोगों के लिए अद्वितीय अनुभव होता है। यहां के पवापुरी विहार और राजगीर के आस-पास के प्राकृतिक स्थल पर्यटकों को आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण वातावरण में ले जाते हैं। राज्य सरकार की ओर से राजगीर वाइल्डलाइफ सफारी विकसित किया गया है।
शेरशाह का मकबरा – सासाराम (Shershah Tomb , Sasaram)
शेरशाह सूरी का मकबरा ( Shershah Tomb , Sasaram) बिहार राज्य के सासाराम शहर में स्थित है। यह मकबरा भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। शेरशाह सूरी, जिन्हें शेरखान के नाम से भी जाना जाता है, मुग़ल साम्राज्य के प्रतिरक्षक और भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों में से एक थे। शेरशाह सूरी का मकबरा सासाराम में उनके राज्यकाल के दौरान बनाया गया। यह मकबरा वर्ष 1545 में बना था। यह लाल बलुआ पत्थर से बना है। यह मकबरा इंडो इस्लामिक वास्तुकला का बेहतर उदाहरण है।
ऐतिहासिक धरोहरों को अपने आप में समेटे नालंदा (Nalanda)
नालंदा (Nalanda) अपने ऐतिहासिक महत्व और विश्वविद्यालय के लिए प्रसिद्ध है, जिसे नालंदा विश्वविद्यालय कहा जाता है। नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) एक प्राचीन शिक्षा संस्थान था। जो 5वीं से 12वीं सदी तक शिक्षा केंद्र के रूप में विश्व प्रसिद्ध था। आज भी यह स्थल बेहद महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि आक्रांताओं ने इस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में आग लगा दी थी। इसमें कई महत्वपूर्ण और दुर्लभ ग्रंथ जल गए थे। नालंदा के पर्यटक स्थलों में से एक सोनबिरा वन है, जो अपने वन्य जीवन के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर आप वन्य पशुओं को देख सकते हैं। एक प्राकृतिक वातावरण में वक्त बिता सकते हैं।
बिहार की राजधानी पटना
पटना बिहार की राजधानी है। यह एक दिल्ली सल्तनत के महत्वपूर्ण इतिहासी शहर के रूप में जाना जाता है। पटना का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बिहार के अलावा पूरे भारत में है। कुम्हरार, अगम कुआं, दीदारगंज यक्षी, तख्त श्री पटना साहिब, गुरुद्वारा गोबिंद घाट, गुरुद्वारा गुरु का बाग, गुरुद्वारा बाल लीला, पटना संग्रहालय, किला हाउस यहां के प्रमुख आकर्षण हैं।
Read Also :
पवित्र स्थल – गया (Gaya)
गया (Gaya) हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म का ख़ास केंद्र है। यहां पर बौद्ध धर्म के जनक गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। महाबोधि मंदिर, धामराजिका स्तूप, अन्य बौद्ध धर्म से जुड़े स्थल यहां पर हैं, जो देश विदेश की लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। बोधगया, महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर, मगला गौरी तीर्थ, डुंगेश्वरी गुफा मंदिर, बराबर गुफाएं, बोधि वृक्ष, चीनी मंदिर और मठ, बोधगया पुरातत्व संग्रहालय, मुचलिंडा झील, थाई मंदिर और मठ, रॉयल भूटान मठ यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। इसके अलावा हिंदू धर्म के लोग अपने पूर्वजों के मुक्ति के लिए गया पहुंचते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थल राजनगर (Rajnagar)
बिहार के पूर्वी हिस्से में स्थित राजनगर एक प्राचीन और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थल है। यहां के प्राकृतिक खिलवाड़ी पर्यावरण और खेल आयोजनों के लिए प्रसिद्ध हैं। राजनगर के पास बर्मा बांध भी है, जो एक आकर्षण है और प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर है। राजनगर का जगदीशपुर वन पर्यावरण के लिए प्रसिद्ध है।
दुर्गावती जलाशय, रोहतास (Rohtaas)
दुर्गावती जलाशय एक बड़ा सरोवर है जो बिहार के रोहतास जिले में स्थित है। यह स्थल प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर पिकनिक करने और ताजगी का अनुभव लेने लोग पहुंचते हैं। यहां एक बड़ा सरोवर है जो पिकनिक बनाने वाले लोगों के बीच बेहद पॉपुलर है, और यहां पर्यटक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेते हैं।
लीची नगरी मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर बिहार के उत्तर पूर्वी हिस्से में स्थित है। यहां भी कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं। श्री चतुर्भुज मंदिर, बगलामुखी पितांबरी सिद्ध पीठ, जुब्बा साहनी पार्क, रामचंद्रशाही संग्रहालय और कई ऐसी जगहें हैं,जहां अक्सर लोगों को भीड़ देखने को मिलती है। शहीद खुदीराम बोस स्मारक भी मुजफ्फरपुर का एक प्रमुख स्थल है।
वैशाली – दुनिया का पहला ‘गणतंत्र’
ये शहर पहले लिच्छवी शासकों की राजधानी हुआ करता था। इसके अलावा ये शहर अंतिम जैन तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मस्थान भी है। बता दें कि यहां के प्रमुख आकर्षण का केंद्र अवशेष स्तूप, कुटागरशाला विहार, राज्याभिषेक टैंक, विश्व शांति शिवालय, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संग्रहालय, बावन पोखर मंदिर, कुंडलपुर, राजा विशाल का गढ़, चौमुखी महादेव है।
मंझार कुंड और धुआं कुंड
सासाराम से 10 किमी दूर कैमूर पहाड़ी पर स्थित मांझर कुंड और धुआं कुंड जलप्रपात बिहार के प्राकृतिक सौंदर्य के अद्वितीय रत्न हैं। यह स्थल प्राचीन इतिहास से जुड़े हैं और यहाँ का महत्व धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर है। यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय दृश्य प्रदान करते हैं। यहाँ के जलप्रपात वास्तव में आश्चर्यजनक हैं और लोग इसका भरपूर आनंद लेते हैं।