सेंट्रल डेस्क: राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान गुरुवार यानी 26 अक्टूबर से शुरू होगा। इसकी जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी।
उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन सबसे अधिक प्रदूषण फैलाते हैं। मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की हवा सुधारने के लिए अधिकारी गंभीर नहीं हैं।
उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने एक साल पहले इसके असर पर सवाल उठाते हुए रोक लगा दी थी। दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग के सूत्रों की मानें तो, इस साल ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’अभियान के लिए उप राज्यपाल की मंजूरी जरूरी नहीं होगी, क्योंकि प्रतिभागियों को इस बार कोई मानदेय नहीं मिलेगा।
क्या है ‘रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ’अभियान?
‘रेड लाइट, ऑन-गाड़ी ऑफ’ऐसा अभियान है, जिसका उद्देश्य वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करना है। इसके तहत वाहन चालकों को रेड लाइट पर अपने वाहनों को बंद रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। दिल्ली में, इस अभियान को पहली बार 2020 में शुरू किया गया था। अभियान के तहत, दिल्ली सरकार ने 100 व्यस्त चौराहों पर 2,500 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात किया था। इन स्वयंसेवकों का काम वाहन चालकों को रेड लाइट पर अपने वाहनों को बंद रखने के लिए प्रोत्साहित करना था।
30 नवंबर तक चलेगा यह अभियान
अभियान के परिणामस्वरूप, दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कमी देखी गई थी। दिल्ली सरकार ने अभियान को सफल माना और इसे आगे बढ़ाने का फैसला किया।
2023 में दिल्ली सरकार ने ‘रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ’ अभियान को फिर से शुरू करने का फैसला किया है। अभियान 26 अक्टूबर, से शुरू होगा और 30 नवंबर, 2023 तक चलेगा।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर यह कदम
दिल्ली में ठंड के दस्तक देने के साथ ही पॉल्यूशन लेवल बढ़ने लगता है। हर साल की तरह इस साल भी अक्टूबर महीने से दिल्ली की हवा जहरीली होने लगी है।
दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वाइलिटी इंडेक्स 300 से ऊपर पहुंच गया है। आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली की AQI अभी और बढ़ने वाली है।
लोगों को घरों से निकलते ही दमघोंटू हवा में सांस लेनी पड़ती है। यह अभियान वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद करता है।
इसे ईंधन की बचत होती है और यह यातायात की आवाजाही को भी बेहतर बनाता है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि ये वायु गुणवत्ता में सुधार करता है।
25 अक्टूबर को हॉटस्पॉट का किया गया निरीक्षण
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए सोमवार को सचिवालय में 28 विभागों की संयुक्त बैठक हुई। इसमें पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आदेश दिया था कि 25 अक्टूबर को सभी डीसी, एमसीडी हॉट स्पॉट का निरीक्षण करेंगे। साथ जमीनी स्तर पर प्रदूषण को कम करने को लेकर कार्य को और तेज करेंगे।
उन्होंने बताया कि 13 हॉट स्पाट के अलावा 8 ऐसे प्वाइंट शामिल किये गये हैं, जहां एक्यूआई 300 से अधिक चला गया है। इसमें शादीपुर, आईटीओ, मंदिर मार्ग, नेहरू नगर, पड़पड़गंज, सोनिया विहार, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम और मोतीबाग शामिल हैं। एमसीडी के नोडल अधिकारी को निर्देश दिया है कि इन 8 जगहों पर भी विशेष टीमें तैनात करें।
ऐसे लागू होगा अभियान
इस ड्राइव को सफल बनाने के लिए दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सिविल डिफेंस वोलेंटियर्स को तैनात किया जाएगा। वे लोगों को जागरूक करेंगे कि कैसे अपने वाहनों को बंद कर वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं। इन स्वयंसेवकों को दिल्ली के महत्वपूर्ण चौराहों पर तैनात किया जाएगा। ये स्वयंसेवक चौराहों पर वाहन चालकों से रेड लाइट ऑन होने पर गाड़ी बंद करने की अपील करेंगे। स्वयंसेवक हाथों में तख्तियों और बैनरों के माध्यम से सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाएंगे।
मंत्री ने कही एंटीडस्ट अभियान को बढ़ाने की बात
मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली मेट्रो को आदेश दिया गया है कि वे अधिक भीड़ वाले रूटों पर फेरे बढ़ाएं। वहीं, जिन स्टेशनों पर एक से दूसरे मेट्रो का अंतराल 7 से 8 मिनट है, उसे घटाकर 5 से 6 मिनट तथा जहां यह 5 से 6 मिनट हैं, वहां पर 2-3 मिनट किया जाए।
साथ ही डीटीसी को आदेश दिया गया है कि वे अपनी ज्यादा से ज्यादा बसों को सड़कों पर उतारे। साथ ही निजी बसों को हायर करने की प्रक्रिया शुरू कर दें।
इससे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा सके। गोपाल राय ने बताया कि अभी जिन सड़कों पर एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है, वहां डस्ट सप्प्रेसेंट्स का छिड़काव किया जाएगा। जिससे की धूल के कण ज्यादा समय तक जमीन पर रहेंगे।
साथ ही दिल्ली में जो एंटी डस्ट कैंपेन चल रहा है, उसे 25 अक्टूबर से और अधिक सघन किया जाएगा। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है एंटी डस्ट अभियान के तहत जो कार्रवाई चल रही है उसे फील्ड विजिट के माध्यम से और तेज किया जाए।