बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी से पीड़ित 15 महीने के बच्चे के लिए ‘जोल्गेन्स्मा’ नामक इंजेक्शन के आयात पर कर माफ करने और वित्तीय सहायता प्रदान करने का आग्रह किया है। इस इंजेक्शन की कीमत साढ़े 17 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में मोदी को पत्र लिखकर बच्चे के इलाज के लिए आवश्यक 17.5 करोड़ रुपये के महंगे इंजेक्शन को खरीदने में परिवार के सामने आने वाली वित्तीय चुनौती का जिक्र किया है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने पत्र में यह लिखा
सिद्धरमैया ने पत्र में लिखा है कि मैं हमारे राज्य के एक छोटे बच्चे से संबंधित एक गंभीर मामले को लेकर संपर्क कर रहा हूं। कर्नाटक का मौर्य नाम का 15 महीने का बच्चा स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) नामक गंभीर समस्या से जूझ रहा है। हमारे चिकित्सा समुदाय ने हमें जोलगेन्स्मा नामक इंजेक्शन के रूप में एक संभावित इलाज के बारे में सूचित किया है। उन्होंने कहा कि इस इंजेक्शन की कीमत लगभग 17.5 करोड़ रुपये है, जिसके चलते परिवार के लिए इलाज करा पाना एक बड़ी चुनौती है।
पीएम केयर्स फंड से वित्तीय सहायता पर करें विचार
सिद्धरमैया ने कहा कि दवा की कीमत अपने आप में काफी ज्यादा है, ऐसे में अतिरिक्त आयात कर के चलते वित्तीय बोझ काफी हद तक बढ़ गया है, जिससे इस जीवन रक्षक दवा की खरीद उनके लिए लगभग असंभव है। सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि वह बच्चे के इलाज के लिए आवश्यक जोलगेन्स्मा पर आयात कर माफ करने के लिए वित्त मंत्रालय को निर्देश दें। सिद्धरमैया ने मोदी से इंजेक्शन की खरीद में सहायता के लिए पीएम केयर्स फंड से वित्तीय सहायता प्रदान करने पर विचार करने का भी अनुरोध किया है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार मदद उपलब्ध कराती है या नहीं।