रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के संघ के स्वयंसेवक देश के लिए काम कर रहे हैं। देश की सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा की कमी के कारण वहां के लोगों के पलायन करने और मतांतरण के कारण जनसंख्या असंतुलन पैदा हो रहा है। इसलिए संघ ने देश के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और विकास के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है।समाज को भी सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की समस्या दूर करने को आगे आना चाहिए। वे गुजरात के भुज में चल रहे संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक के अंतिम दिन पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
भारत के सीमाओं की सुरक्षा और विकास के लिए अभियान चलाएगा संघ
दत्तात्रेय ने कहा कि थल और जल दोनों सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन पर जोर दिया जाएगा। वहीं सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों के साथ समन्वय बनाकर काम किया जाएगा। मतांतरण रोकने के लिए भी संघ के स्वयंसेवक काम कर रहे हैं। लव जिहाद से पीड़ित बच्चियों के पुनर्वास के लिए भी काम चल रहा है।
संघ की आलोचना करने वालों को भगवान सद्बुद्धि दें
दत्तात्रेय ने कहा कि जो राजनीतिक दल संघ की आलोचना करते हैं, उन्हें भगवान सद्बुद्धि दें। राजनीति में भ्रष्टाचार को लेकर राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं, इस,में संघ नहीं पड़ता है। यदि सही में भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई आंदोलन हो तो संघ साथ देगा, जैसे अन्ना हजारे का आंदोलन, जेपी का आंदोलन। जहां तक चुनाव की बात है तो देशहित में लोगों को अपना कर्तव्य निभाया चाहिए। जाति, भाषा, धर्म आदि के आधार पर वोट देने से बचना चाहिए। संघ के स्वयंसेवक भी मतदान को लेकर लोगों को जागरूक करते रहते हैं। हमें ध्यान रखना है कि चुनाव को लेकर समाज में आपस में मनमुटाव नहीं होना चाहिए।
उन्होंने पर्यावरण की चर्चा करते हुए कहा कि पालीथीन की फैक्ट्री पर सरकार को प्रतिबंध लगा देना चाहिए। सरकार यदि ऐसा करती है तो संघ उसका समर्थन करेगा। लोगों को भी सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने से बचना चाहिए। इस मौके पर अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर व आलोक कुमार उपस्थित थे।
चंद्रमा पर पहुंचे जरूर, लेकिन पैर जमीन पर रहना चाहिए:
सरकार्यवाह ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि भारत में कई चुनौतियां हैं। कुछ लोगों द्वारा देश में भेदभाव पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। दक्षिण भारत उत्तर भारत से अलग है, यह बता कर वैमनस्यता पैदा किया जा रहा है। जबकि समझना चाहिए कि पूरा देश एक है। इसके साथ ही संस्कृति के सामने चुनौतियां हैं। विज्ञान के इस युग में हम अपने पड़ोसी को भूल जाएं और आस्ट्रेलिया के साथी से बात होती रहे, ऐसा न हो। चंद्रमा पर पहुंचे पर पैर जमीन पर रहना चाहिए। उन्होंने सांस्कृतिक मार्क्ससिज्म से भी सावधान रहने को कहा।
एक से 15 जनवरी तक चलेगा संपर्क अभियान:
सरकार्यवाह ने कहा कि राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए संघ एक से 15, जनवरी तक व्यापक संपर्क अभियान पूरे देश में चलाएगा। अयोध्या से आया हुआ अक्षत और रामजन्मभूमि का चित्र घर घर देंगे।
शताब्दी वर्ष के लिए इन पर रहेगा जोड़:
शताब्दी वर्ष के लिए सामाजिक समरसता, यानी सब मिलकर एक साथ रहे, जन्म आधारित भेदभाव को दूर करें । परिवार प्रबोधन , पर्यावरण की रक्षा , स्वदेशी जीवन शैली एवं नागरिक कर्तव्य के लिए अभियान चलाएगा।
दत्तात्रेय ने ये बातें भी कही
-संघ शिक्षा वर्ग में अब बदलाव किया जाएगा।
-शताब्दी वर्ष तक देश के सभी मंडल में शाखा प्रारंभ करने की है योजना।
-59,600 मंडलों में है 38,000 मंडलों में शाखा लग रही हैं।
-इस वर्ष 37 लाख 900 स्वयंसेवकों ने गुरुपूजन किया।
-मतांतरण रोकने के लिए संघ के कार्यकर्ता प्रयास कर रहे हैं।
-भारत हिंदू राष्ट्र है और हमेशा रहेगा।
-महिलाओं की सहभागिता देश में बढ़नी चाहिए।
-सामाजिक और राष्ट्रीय कार्य करने के लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए।
READ ALSO : स्कूलों में छात्राओं को अब मिलेगा मुफ्त सैनेटरी पैड, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर तैयार हुआ नेशनल पॉलिसी