जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट को लेकर बड़ी खबर सामने आयी है। नामांकन के लिए दिए गए शपथ पत्र के जरिए पहली बार इसका खुलासा हुआ है। इसके तहत सचिन पायलट तलाकशुदा हैं।
हैरान करने वाली बात यह है कि सचिन का तलाक हो भी गया लेकिन किसी को कानोकान पता तक नहीं चला है। यह जानकारी तब सामने आयी जब सचिन पायलट ने मंगलवार को टोंक से नामांकन दाखिल किया।
नामांकन भरने के बाद दिए एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे उन्होंने ‘तलाकशुदा’ लिखा है। इस हलफनामें में कहा गया है कि सचिन पायलट और सारा पायलट के दो बच्चे हैं।
बड़े बेटे का नाम आरन पायलट और छोटे का नाम विहान पायलट है। दोनों बच्चे अभी सचिन पायलट के पास हैं। पायलट ने एफिडेविट में डिपेंडेंट के तौर पर दोनों बच्चों के नाम लिखे हैं। वहीं, पत्नी के कॉलम में तलाकशुदा लिखा है।
2004 में सचिन व सारा ने की थी लव मैरिज:
पायलट और सारा ने 2004 में लव मैरिज की थी। करीब 19 साल बाद दोनों ने अपनी राहें बदल लीं। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि पायलट और सारा का तलाक कब और क्यों हुआ। लेकिन यह जानकारी सामने आते हैं सोशल मीडिया पर छा गयी। कभी इन दोनों के शादी का मिसाल देने वाले लोग इनके अलग होने की सूचना से दंग रह गए।
अमेरिका में पढ़ाई के दौरान हुई थी मुलाकात
सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला दोनों अमेरिका की पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल में एकसाथ पढ़ते थे। पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। बाद में यह मुलाकात प्यार में बदल गई। पढ़ाई पूरी होने के बाद सचिन पायलट दिल्ली लौट आए थे और सारा पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका में ही रहीं। इस दूरी के बाद भी दोनों हर दिन एक दूसरे से बात करते थे। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती हुई और ये प्यार में बदल गई।
मजहब बना प्यार में दीवार, शादी में नहीं आए पिता फारूक अब्दुल्लाह:
पढ़ाई पूरी करने के बाद सचिन पायलट विदेश से भारत लौट आए, लेकिन दोनों के बीच का प्यार कम नहीं हुआ, फिर उन्होंने एक होने का फैसला किया। उन्होंने तय कि अब अपने-अपने परिवार को इस बारे में बताया जाए। दोनों ने हिम्मत करके ये काम कर तो दिया, लेकिन सारा के मुस्लिम और पायलट से हिंदू होने के कारण उनके प्यार के बीच मजहब की दीवार खड़ी हो गई। पहले दोनों परिवारों ने उनकी शादी कराने से साफ इनकार कर दिया। फारूक अब्दुल्ला इस शादी के सख्त खिलाफ थे। सारा ने अपने पिता को शादी के लिए मनाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। उधर, पायलट के परिवार ने बाद में उनके फैसले पर सहमति की मुहर लगा दी। इसके बाद 2004 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए। लेकिन, इस शादी में सिर्फ पायलट परिवार के सदस्य ही शामिल हुए। अब्दुल्ला का परिवार शामिल नहीं हुआ था।
सचिन बने सांसद तो मानें फारूक अब्दुल्ला:
पिता राजेश पायलट की मौत के बाद सचिन पायलट को राजनीति में आना पड़ा। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 26 साल थी। पायलट के सांसद बनने के बाद अब्दुल्ला परिवार ने सचिन और सारा के रिश्ते को स्वीकार किया था।