रांची : भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से देश के कुछ राज्यों में बारिश होने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में अष्टमी के बाद यानी 22 अक्टूबर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इसका असर ओडिशा, झारखंड, बिहार व इसके आस-पास के क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। तटीय ओडिशा में दशहरा के दिन बारिश हो सकती है।
23 को झारखंड के कई जिलों में छाए रहेंगे बादल
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव बनने से 23 अक्टूबर को झारखंड के कई जिलों में बादल छाए रहेंगे। इसमें जमशेदपुर सहित साहेबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, धनबाद, देवघर, दुमका, गोड्डा, बोकारो और गिरिडीह, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग,रामगढ़, खूंटी, लातेहार और चतरा में बादल छाए रहेंगे। वहीं, 24 व 25 अक्टूबर को हल्की बारिश होने की संभावना है।
24 अक्टूबर को दशमी है
राज्य में दुर्गापूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं, नवमी के दिन यानी 23 अक्टूबर को सुबह से ही आसमान में बादल देखने को मिलेंगे। जबकि दशमी के दिन वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 24 व 25 को वर्षा हो सकती है। वहीं, 26 अक्टूबर को भी बादल छाए रहेंगे।
27 अक्टूबर से तापमान में आएगी कमी
मौसम विभाग के अनुसार, 27 अक्टूबर के बाद तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल सकती है। इससे ठंड में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। हालांकि, झारखंड के कई जिलों में ठंड का अहसास होने लगी है। जिसका असर सुबह-शाम देखा जा रहा है। ऐसे में अगर आप रात के दौरान दुर्गापूजा घूमने जाए तो गर्म कपड़ा जरूर पहनें। खासकर बच्चे व बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है।
सर्दी-जुखाम व बुखार के रोगी बढ़ें
मानसून की विदाई के बाद शहर का मौसम लगातार बदल रहा है। दिन में तेज धूप तो वहीं, शाम होते ही ठंड का अहसास होने लगा है। इधर, शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों में सर्दी-जुखाम व वायरल बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज के ओपीडी में इससे संबंधित मरीजों की संख्या 20 से 30 प्रतिशत बढ़ गई है। इन दिनों से सबसे अधिक मेडिसिन विभाग में भीड़ देखी जा रही है। ओपीडी के साथ-साथ इनडोर में भी मरीज भरे-पड़े हैं। एमजीएम के फिजिशियन डॉ. बलराम झा ने बताया कि अभी मौसम में उतार चढ़ाव हो रहा है। सुबह शाम-ठंड और दिन में गर्मी का अहसास हो रहा है, जिसका असर लोगों के सेहत पर पड़ रहा है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
इन्हें अधिक सतर्क होने की जरूरत
डॉ. बलराम झा कहते है कि जिन लोगों का रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उनमें वायरल संबंधित बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है। इसके साथ ही, अस्थमा व एलर्जी के रोगियों को भी इस मौसम में सावधान रहने की जरूरत होती है। मौसमी फल, सब्जी और गुनगुना पानी का सेवन करें। किसी प्रकार का शिकायत होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
शुरुआती ठंड में कैसे करें बचाव
– सुबह-शाम घर से बाहर निकले तो गर्म कपड़े जरूर पहनें
– अगर आप बुजुर्ग हैं तो अलाव का सहारा भी ले सकते हैं।
– बच्चे व बुजुर्गों को गर्म कपड़े अवश्य रूप से पहनाएं।
– गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन ज्यादा करें।
– मौसम फल व सब्जी खाएं।
– योग, प्राणायाम रोजाना करें।
– शुरुआती ठंड में चर्म रोग के भी मामले बढ़ते हैं। ऐसे में इससे भी सावधान होने की जरूरत है।
– सुबह में गर्म पानी से स्नान करें।