नई दिल्ली : Kuwait Political Crisis: कुवैत के नए अमीर शेख मिशाल ने देश में सत्ता पलट दी है । उन्होंने संसद को भंग और संविधान को सस्पेंड कर दिया है। शेख अमीर अल-अहमद अल-जबर अल-सबा ने शुक्रवार को देश के नाम दिए अपने संबोधन में इसकी घोषणा की। नए अमीर ने कहा कि मैं देश के लोकतंत्र के गलत इस्तेमाल की इजाजत कभी नहीं दूंगा। इसके साथ ही अमीर ने देश के सभी सरकारी संस्थानों को 4 सालों के लिए अपने कंट्रोल में ले लिया। बता दें कि अमीर कुवैत में सबसे बड़ा पद होता है।
सरकार बनाने में विफल रहे राजनेता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अप्रैल में नई संसद की नियुक्ति होने के बाद 13 मई को पहली बार सभी सांसदों की बैठक होने वाली थी। इस बीच कई राजनेताओं ने सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया। अमीर ने शुक्रवार को कहा कि सरकार बनाने में विफलता कुछ नेताओं के आदेशों और शर्तों को नहीं मानने का नतीजा था।
Kuwait Political Crisis: अमीर के पास आईं सभी शक्तियां
कुवैत के सरकारी न्यूज चैनल के मुताबिक, संसद के भंग होने के बाद अब नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर के पास आ गई हैं। गौरतलब है कि इससे पहले फरवरी महीने में कुवैत की संसद को भंग किया गया था। इसके बाद अप्रैल महीने में देश में आम चुनाव हुए थे।
Kuwait Political Crisis: सत्ता पलट के बाद अमीर ने क्या कहा
देश में सत्ता पलटने के बाद कुवैती अमीर ने कहा कि अभी कुवैत मुश्किल दिनों से गुजर रहा है, जिसकी वजह से देश को बचाने के लिए और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमें कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। अमीर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है, जिसकी वजह से कुवैत का माहौल खराब हुआ है।