नई दिल्ली/japan earthquake: आज ताइवान की राजधानी ताइपे में 7.5 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से जापान की धरती बुरी तरह हिल गई। इस जबरदस्त भूकंप के झटकों के बाद से ही जापान के ओकिनावा के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई। एहतियात के तौर पर जापान के ओकिनावा के मुख्य हवाई अड्डे ने अपनी उड़ानें रद्द कर दीं।
japan earthquake: जापान और फिलीपींस के द्वीपों पर अलर्ट जारी
भूकंप के इस जबरदस्त झटके को देखते हुए जापान ने ओकिनावा के दक्षिणी प्रांत के तटीय क्षेत्रों के लिए स्थानीय जगह छोड़ने की सलाह दे डाली है, ताकि जान-माल की कोई हानि न हो। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी की मानें तो जापान के दक्षिण-पश्चिमी तट के बड़े क्षेत्रों में 3 मीटर तक की सुनामी लहरें आ सकती हैं, जिससे भारी नुकसान होने की आशंका है। इस जबरदस्त भूकंप की तीव्रता 7.5 बताई गई है। इसके साथ ही ताइवान के तटवर्ती इलाके में 7.2 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से राजधानी ताइपे भी कांप गई, जिसे देखते हुए दक्षिणी जापान और फिलीपींस के द्वीपों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।
वहीं, इस धरती को हिला देने वाले भूकंप के झटकों के बाद से ताइपे के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है और ताइवान टेलीविजन स्टेशनों ने भूकंप के केंद्र के पास हुआलिएन में गिरी हुई इमारतों के फुटेज शेयर किए। रिपोर्ट्स की मानें तो मलबे में कुछ लोगों के फंसे होने की संभावना है। भूकंप इतना जबरदस्त था कि उसका असर शंघाई तक महसूस किया गया। फिलीपींस सीस्मोलॉजी एजेंसी ने चेतावनी जारी करते हुए कई प्रांतों के तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने की अपील की है। भूकंप के बाद से ही बचाव कार्य जारी हैं, जापानी अधिकारी इस भयानक भूकंप से हुए नुकसान और सुनामी के संभावित खतरे का आकलन करने में लग गए हैं।
कई बहुमंजिली इमारतें गिरीं
भूकंप की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भूकंप का झटका लगते ही बिजली भी गुल हो गई। पहाड़ दरक गए और पुल-सड़क सब हिलने डुलने लगीं। कई शहरों में बहुमंजिली इमारतों के ढहने की खबरें भी हैं। हालांकि अभी तक किसी मौत की खबर नहीं है, लेकिन माली नुकसान काफी हुआ है। वहीं सुनामी आने की चेतावनी से लोगों में दहशत का माहौल है। लगातार हॉर्न बजाकर लोगों को मौसम का पल-पल का अपडेट दिया जा रहा है। पहाड़ों की तलहटी और समुद्र के किनारे रहने वाले लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है। पिछली बार सुनामी से हुए नुकसान से सबक लेकर इस बार जापान पूरी सतर्कता बरत रहा है।
वहीं, राष्ट्रीय दमकल एजेंसी ने कहा कि हुलिएन काउंटी में चार लोगों की मौत हो गई। हालांकि दो घंटे बाद सुनामी का खतरा टल गया । पूरे द्वीप में ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया और ताइपे में सबवे सेवा को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। द्वीपीय देश की आबादी 2.3 करोड़ है। राष्ट्रीय संसद भवन की दीवारों और छत को नुकसान पहुंचा है। यह भवन द्वितीय विश्व युद्ध से पहले बनाए गए स्कूल में है।
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