सेंट्रल डेस्क। Modi Receives Bhutan Highest Civilian Award “Order of The Druk Gyalpo”: भूटान के राजा जिग्मे खेसर नांग्याल वांगचुक ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया। यह भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। पीएम मोदी इस सम्मान को पाने वाले पहले विदेशी नेता हैं। मोदी ने एक्स पर किए गए पोस्ट में कहा है कि यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करता हूं।
क्यों दिया जाता है ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो सम्मान
बता दें कि ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो सम्मान भूटान में काफी महत्व रखता है। इसे समाज में जीवन भर की उत्कृष्ट उपलब्धियों और योगदान का प्रतीक माना जाता है। ड्रुक ग्यालपो के सम्मान को सभी सम्मान अलंकरणों और पदकों पर प्राथमिकता दी जाती है। अपनी स्थापना के बाद से यह पुरस्कार केवल चार प्रतिष्ठित हस्तियों को प्रदान किया गया है। पीएम मोदी को अब तक 15 देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है।
“Order of The Druk Gyalpo” से किस-किसको किया गया सम्मानित
ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो पुरस्कार के पिछले प्राप्तकर्ताओं में 2008 में भूटान की रानी दादी आशी केसांग चोडेन वांगचुक शामिल हैं। इस सम्मान को 2008 में जे थ्रिज़ुर तेनज़िन डेंडुप और 2018 में जे खेंपो ट्रुलकु न्गावांग जिग्मे चोएद्रा को प्रदान किया गया। जे खेंपो भूटान के केंद्रीय मठ निकाय के मुख्य मठाधीश हैं।
Bhutan Highest Civilian Award : 17 दिसंबर 2021 को भूटान के राजा ने की थी घोषणा
वही पीएम मोदी को ये सम्मान मिलने का ऐलान भूटान के राजा ने 17 दिसंबर 2021 को 114वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान किया था। पीएम मोदी भूटान के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को रवाना हुए है। विदेश मंत्रालय ने पीएम की यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि पीएम भारत और भूटान के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को बनाए रखने के लिए भूटान का दौरा कर रहे हैं।
पीएम ने साझा की भूटान की तस्वीरें
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी को मिले प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के उदय को दर्शाता है। उधर, पीएम मोदी ने अपने एक्स पर पोस्ट मे लिखा कि मैं भूटान के लोगों ख़ासकर युवाओं का उनके खूबसूरत देश में यादगार स्वागत के लिए आभारी हूं।
वही उन्होंने भूटान के अन्य वर्गों के लोगों साथ बातचीत की तस्वीरे भी साझा की। वही विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान मे कहा की ये यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्चस्तरीय आदान प्रदान की परंपरा और सरकार की पड़ोस प्रथम की नीति पर जोर देने की कवायद है।
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