स्पेशल डेस्क : भारत में इस साल मॉनसून सामान्य से बेहतर रहने वाला है। (Monsoon update) दरअसल, मौसम विभाग की मानें तो इस साल पूरे देश में औसतन 87 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि मॉनसून पर इस साल ला नीना का प्रभाव देखने को मिलेगा। इस कारण मॉनसून के दौरान यानी अगस्त और सितंबर महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
106 फीसदी से ज्यादा बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि इस साल मॉनसून सीजन में बादल खूब बरसेंगे। उन्होंने पूर्वानुमान जताते हुए कहा कि जून से सितंबर के बीच सामान्य से अधिक यानी 106 फीसदी से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इस बाबत मौसम विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। साथ ही कहा गया है कि अल-नीनो जो भूमध्य रेखा के पास प्रशांत महासागर में हैं, वह अब कमजोर पड़ रहा है।
ला नीना से बन रहे अच्छे संकेत (Monsoon update)
IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि विभाग ने 1951 से लेकर 2023 तक के आंकड़ों का अध्ययन किया है, जिसमें पता चला कि देश में ऐसे 9 मौकों पर अच्छी मानसूनी बारिश हुई, जब अल नीनो के बाद ला नीना आया। अल नीनो से जहां मानसून प्रभावित होने की स्थिति बनती है, वहीं ला नीना मानसून की संभावना को बढ़ाता है। इस साल ला नीना अगस्त से सितंबर तक सक्रिय होने की संभावना है।
20 राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान
केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र , गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, प.बंगाल, सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पुड्डुचेरी, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षदीप, दादरा और नगर हवेली, दमन-दीव।
जून का पूर्वानुमान जारी करेगा IMD
मौसम विभाग ने बताया कि मई के आखिर में जून का पूर्वानुमान जारी कर देंगे। मई मध्य में मॉनसून के आगमन की तारीख का ऐलान किया जाएगा। ज्यादातर ला नीना वाले सालों में सामान्य या उससे अच्छी बारिश होती है। देश के 80% हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। इस साल 29% सामान्य बारिश का अनुमान लगाया गया है, यानी गर्मी का सामना नहीं करना पड़ेगा। IMD ने सामान्य से ज्यादा बारिश का 31% अनुमान लगाया है और सामान्य से कम बारिश का 2% अनुमान है।