जमशेदपुर: NML : बर्मामाइंस स्थित सीएसआइआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) द्वारा आयोजित ‘फेनोम इंडिया : सीएसआईआर हेल्थ कोहॉर्ट नॉलेज बेस (पीआई-सीएचके)’ अध्ययन कार्यक्रम का समापन मंगलवार को हो गया। सात दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य लॉंगीट्यूडिनल मोलेक्यूलर, बायोकेमिकल, और अवयव स्कैनिंग डेटा को कैप्चर करना है।
यह कार्यक्रम इन डेटा को कटिंग-एज एआई-एमएल मॉडल्स के साथ एकीकृत करके लक्षित नैदानिक और पूर्वानुमानित प्रौद्योगिकियों का विकास करना है, जिससे भारत और शायद वैश्विक रूप से सटीक दवा (प्रेसिजन मेडिसिन) खोजने का मार्ग खुल सके।
इस परियोजना के समन्वयक, डॉ. अंसु जे. कैलाथ, सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट, सीएसआइआर-एनएमएल और उनकी टीम में शामिल डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. कृष्ण कुमार, कोगपु सुधाकर राव, डॉ. नवनीत सिंह रंधावा और रोशन कुमार ने इस कार्यक्रम के दौरान प्राप्त अनुभव को साझा किया।
इस अभियान के दौरान 325 से अधिक प्रतिभागियों ने (सीएसआइआर-एनएमएल के कर्मचारी, पेंशनधारक और उनकी पत्नियां) उपस्थित रहीं। अंतिम दिन एग्रिको स्थित एनएमएल की आवासीय कालोनी में समापन समारोह हुआ, जिसमें सीएसआइआर-एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधुरी भी उपस्थित थे। डॉ. चौधुरी ने अभियान के विस्तार और उद्देश्य पर बातचीत करते हुए और पूरी टीम एवं स्वयंसेवकों को बधाई दी।
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