लाइफस्टाइल डेस्क/Jaggery : गुड़ खाने के कई फायदे होते हैं। इसमें आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस, निकेल, थायमिन, रिबोफ्लेविन, निआसिन, विटामिन बी-6, विटामिन बी-12, फोलेट, एवं विटामिन सी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, इसे चीनी का विकल्प माना जाता है। गुड़ में आयरन होता है, जो शरीर को प्राकृतिक एनर्जी और ताकत प्रदान करता है। गुड़ में प्राकृतिक शक्कर होती है, जो बाजार में मिलने वाली प्रोसेस्ड शक्कर के मुकाबले बेहतर होता है।
यह शरीर को संतुलित रूप से एनर्जी प्रदान करता है और उचित रक्त शर्करा का स्तर बनाए रखने में मदद करता है। गुड़ फायदेमंद होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गुड़ खाना सभी के लिए लाभकारी हो। कुछ लोगों के लिए गुड़ नुकसान भी करता है। इस आलेख में हम जानेंगे कि किन्हें गुड़ नहीं खाना चाहिए।
Jaggery : डायबिटीज वाले मरीजों के लिए हो सकता है खतरा
डायबिटीज वाले मरीजों को गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। गुड़ में शुगर की मात्रा अधिक होती है और इसलिए डायबिटिक पेशेंट्स इसका अधिक सेवन करते हैं, तो रक्त में शर्करा के स्तर का नियंत्रण करना मुश्किल हो सकता है। अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज है, तो उन्हें खाद्य सामग्रियों की मात्रा को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
उन्हें उचित डायट और सेवन की मात्रा का पालन करना चाहिए, जिसमें गुड़ का अधिक सेवन शामिल नहीं होना चाहिए। डायबिटीज वाले व्यक्तियों को अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लेना चाहिए कि वे अपने आहार में गुड़ का सेवन कितने और कैसे करें। वे अलग-अलग डायट और सेवन के आधार पर सलाह दे सकते हैं, जिससे उनके रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहे।
नकसीर वाले न खायें गुड़
नकसीर वाले व्यक्तियों को गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें अधिक मात्रा में शुगर होती है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। यदि रक्त शर्करा का स्तर अधिक हो जाता है, तो यह नसों के नुकसान को और भी बढ़ा सकता है और नकसीर को अधिक खराब कर सकता है। इसलिए, नकसीर वाले व्यक्तियों को अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि वे गुड़ का सेवन कर सकते हैं या नहीं। डॉक्टर विशेष रूप से व्यक्तिगत स्थिति के आधार पर सलाह देंगे, क्योंकि हर व्यक्ति की नकसीर और उनकी डायबिटीज की स्थिति अलग होती है।
वजन कम करने का सोच रहे है, तो करें परहेज
अगर आपको वजन कम करना है, तो गुड़ का सेवन न करें। गुड़ में शक्कर की मात्रा होती है, जो अतिरिक्त कैलोरीज का स्रोत होती है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो आपको अपने आहार में शक्कर की मात्रा को कम करने की आवश्यकता होती है। अगर गुड़ खायेंगे तो आपका वजन कभी कम नहीं होगा।
इसके बजाय, आपको सेब, संतरा, अनार, नाशपाती, तरबूज, खीरा, गाजर, गोभी, लौकी, फलों और सब्जियों जैसे कम कैलोरीज और अधिक पोषणयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, आपको प्रतिदिन की रोटी के आटे में अनाज, दाल, दही, पालक, मेथी, टमाटर, लहसुन, प्याज, हरी मिर्च और अदरक जैसी प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
गठिया से पीड़ित हैं तो, न खायें गुड़
गठिया (आर्थराइटिस) से पीड़ित व्यक्तियों को गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए। गुड़ में अधिक मात्रा में शक्कर होती है, जो आर्थराइटिस के प्रकोप को बढ़ा देता है। यह शक्कर गठिया के दर्द को अधिक बना सकती है और अधिक जोड़ों में सूजन या दर्द की स्थिति को अधिक खराब कर सकती है।
इसलिए, गठिया के रोगियों को अपने आहार में शक्कर की मात्रा को कम करने की सलाह दी जाती है। इसलिए गठिया से पीड़ित लोग गुड़ का सेवन नहीं करें। अगर आप गठिया के रोगी हैं, तो आपको उचित डायट और उपयुक्त दवाओं का सेवन करना चाहिए, जो आपके रोग को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं।
अगर कब्ज है, तो न करें गुड़ का सेवन
गुड़ खाने से कब्ज की समस्या बढ़ सकती है अगर आपको कब्ज की समस्या है, तो गुड़ का प्रयोग नहीं करें। गुड़ में अधिक मात्रा में शक्कर होती है, जो कब्ज की समस्या को बढ़ा सकता है। शक्कर की मात्रा का बढ़ जाना आपकी आंतों को संधारित कर सकता है और कब्ज की स्थिति को बढ़ा सकता है। इसलिए, अगर आपको कब्ज की समस्या है, तो आपको अपने आहार में गुड़ शामिल नहीं करने को कहा जाता है। कब्ज में अधिकतम प्राकृतिक और अजीर्ण के फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
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