हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : जमशेदपुर के लिए अच्छी खबर है। 46 दिन के बाद यहां डेंगू के एक भी मरीज नहीं मिले। वहीं, झारखंड में भी मरीजों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। बीते एक सप्ताह का आंकड़ा देखा जाए तो मरीजों की संख्या घटी है, जो राहत की खबर है। जमशेदपुर में 28 अगस्त से डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती गई। अबतक कुल 10325 सैंपल की जांच हुई है। इसमें 1291 डेंगू के मरीज मिले हैं। वर्तमान में 174 मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इसमें आठ की स्थिति गंभीर है, जिन्हें आइसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, 166 मरीज सामान्य वार्ड में भर्ती हैं। वहीं, शुक्रवार को 33 मरीज स्वस्थ हुए।
अब ठंड में बढ़ेगी ये बीमारी, विभाग ने जारी किया अलर्ट
जमशेदपुर में स्वाइन फ्लू के मामले भी लगातार सामने आते रहे हैं। ऐसे में इसे लेकर भी सतर्क रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया। वहीं, अस्पतालों को निर्देश भी दिया गया है कि इससे संबंधित अगर कोई मरीज आए तो इसकी सूचना विभाग को करें। जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. असद कहते हैं कि ठंड में इसके वायरस सक्रिय हो जाते हैं। वहीं, आंकड़ा देखा जाए तो नवंबर माह से इसके मरीज मिलने शुरू हो जाते हैं।
स्वाइन फ्लू क्या है
डॉ. असद कहते हैं कि स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा ए वायरस के H1N1 स्ट्रेंस के कारण होता है। हालांकि H1N2, H3N1 और H3N2 के रूप में अन्य स्ट्रेंस भी सूअरों में मौजूद रहते हैं। ऐसे में संक्रमित सूअरों के संपर्क में नहीं आना है। उससे बचना चाहिए। उसके संपर्क में आने से यह बीमारी होती है।
स्वाइन फ्लू का लक्षण
– ठंड लगना।
– खांसी होना।
– बुखार हमेशा नहीं रहता है।
– गले में खराश होना।
– नाक बहना।
– आंखें लाल होना।
– शरीर में दर्द होना।
– सिर दर्द होना।
इस तरह करें स्वाइन फ्लू से बचाव
– अपने हाथों को बार-बार अच्छी तरह से साबुन से धोएं। बेहतर होगा कि आप हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
– खांसते या छींकते समय अपने मुंह को ढंग लें।
– अगर आपको खांसी या फिर सर्दी है तो आप मास्क का उपयोग करें। बाहर जाने से बचें।
– कोशिश करें कि चेहरे को बार-बार नहीं छुएं। हाथ धोने के बाद ही चेहरे को छुएं।
– नियमित रूप से बार-बार छुई जाने वाली सतहों को भी साफ करना चाहिए।
स्वाइन फ्लू के लक्षण को नहीं करें नजरअंदाज
डा. असद कहते हैं कि स्वाइन फ्लू के लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बीमारी की पहचान जल्दी होने से इलाज में आसानी होती है। वहीं, स्वाइन फ्लू के रोगी को पानी पीते रहना चाहिए। बुखार व सिर दर्द होने पर उसका दवा लें। इससे राहत मिलती है। चिकित्सकों के संपर्क में मरीज को रहना चाहिए।
स्वाइन फ्लू के मरीज कितने दिन में हो जाते ठीक
डॉ. असद कहते हैं कि स्वाइन फ्लू के मरीज वैसे तो सात दिनों में ठीक हो जाते हैं लेकिन इसका लक्षण दो सप्ताह तक रहता है। वहीं, खांसी लगभग आठ सप्ताह तक देखा जा सकता है।
स्वाइन फ्लू में क्या खाना चाहिए?
डॉ. असद कहते हैं कि स्वाइन फ्लू के दौरान मरीज को विटामिन-सी से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है। साथ ही, इस स्थिति में घर का पका भोजन ही करें। अगर आप स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं, तो साबुत अनाज भी डाइट में शामिल करें।
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स्वाइन फ्लू से कौन का अंग प्रभावित होता है?
डॉ. असद कहते हैं कि स्वाइन फ्लू नाक, गले और फेफड़ों को डैमेज करता है। स्वाइन फ्लू एक संक्रामक श्वसन संक्रमण है, और यह मौसमी फ्लू की तरह ही फैलता है। जब संक्रमित लोग खांसते या छींकते हैं, तो वे वायरस की छोटी बूंदों को हवा में छोड़ देते हैं, जिससे दूसरे लोग संक्रमित होते हैं।