एंटरटेंमेंट डेस्क। Javed Akhtar Sandeep Vanga: संदीप रेड्डी वांगा की डायरेक्टेड फिल्म ‘एनिमल’ को रिलीज हुए अब तो साढे तीन महीने हो गए हैं। लेकिन यह अभी भी सुर्खियों में हैं। दरअसल, फेमस राइटर और गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने कुछ दिनों पहले फिल्ममेकर संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Vanga) की फिल्म ‘एनिमल’ (Animal) को लेकर कटाक्ष किया था। इसके जवाब ने संदीप ने भी काफी कुछ कहा था, जिसके बाद दोनों की जुबानी जंग ने तूल पकड़ लिया। वहीं एक बार फिर जावेद अख्तर ने फिल्ममेकर संदीप रेड्डी को करारा जवाब दिया है।
जावेद अख्तर ने संदीप रेड्डी को जवाब में क्या कहा?
जावेद अख्तर ने कहा कि सदीप रेड्डी ने उन्हें जवाब दिया, अच्छा लगा। लेकिन उन्हें मेरे 53 साल के करियर में कुछ भी विवादित या आपत्तिजनक नहीं मिला। ना तो एक भी फिल्म, ना एक भी स्क्रिप्ट, ना सीन,ना ही डायलॉग और ना ही गाना मिला, जिसमें वो कमी निकाल सकें। शायद इसीलिए (Javed Akhtar Sandeep Vanga) उन्हें मेरे बेटे फरहान के ऑफिस जाकर उनके उस टीवी शो को ढूंढना पड़ा, जिसमें उसने न तो एक्टिंग की, न ही उसका डायरेक्शन था और ना तो राइटिंग थी। जावेद अख्तर ने कहा कि उसकी कंपनी ने मिर्जापुर बनाई है। एक्सल जैसी कंपनी बहुत कुछ बनाती रहती है। उसी में से एक ये भी था।
मामले की शुरुआत कहां से हुई
दरअसल मामला तब से शुरू हुआ जब हाल ही में अजंता एलोरा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान जावेद अख्तर ने ‘एनिमल’ की सफलता पर बात करते हुए इसे खतरनाक बताया। जावेद अख्तर ने कहा उन्होंने ‘मेरे जूते चाटो’ वाले सीन पर आपत्ति जताई और कहा कि अगर एक फिल्म में आदमी कहे कि एक औरत को थप्पड़ मारने में क्या खराबी है और वो सुपर-डुपर हिट हो जाए तो ये बड़ी खतरनाक बात है। इसके बाद संदीप रेड्डी वांगा ने पलटवार किया और कहा कि लोग इस तरह के आर्ट वर्क पर कीचड़ उछालने से पहले अपने आस-पास की चीजों को नहीं देखते। जावेद साहब के बेटे फरहान अख्तर की मिर्जापुर बनाते वक्त क्यों कुछ नहीं कहा। दुनिया भर के गाली इस एक शो में है। तेलुगू में देखने के बाद तो उल्टी आती है। इसी के जवाब में जावेद अख्तर ने कहा कि वह फिल्म की आलोचना नहीं कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि एक लोकतांत्रिक समाज में, उन्हें एक एनिमल क्या, कई एनिमल बनाने का अधिकार है। जावेद अख्तर ने कहा उन्हें दर्शकों की चिंता थी फिल्ममेकर की नहीं। उन्हें तो कोई भी फिल्म बनाने का अधिकार है।
जावेद अख्तर ने जताई लोगों के प्रति चिंता
जावेद अख्तर ने कहा कि उन्हें तो उन लोगों के प्रति अपनी चिंता जाहिर की, जो इस फिल्म को देखकर इसका जश्न मना रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका इरादा संदीप रेड्डी की किएटिविटी इंडीपेंडेंस को कम करना नहीं था। बल्कि सिनेमा में दर्शकों की धारणा और सामाजिक संदेश के बारे में जागरुकता बढ़ाना था।