बहरागोड़ा : Veer Shaheed Ganesh Hansda Fellowship: झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के सुदूर प्रखंड बहरागोड़ा स्थित कोसाफलिया गांव के वीर शहीद गणेश हांसदा ने जून 2020 में भारत चीन सीमा स्थित गलवान घाटी में दुश्मनों से लड़ते हुए महज 20 वर्ष की उम्र में शहादत दी थी। शहीद गणेश हांसदा की प्रेरक कहानी से ग्रामीण बच्चों व युवाओं को लगातार प्रेरित करने के लिए सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन द्वारा वीर शहीद गणेश हांसदा फेलोशिप व पुस्तकालय अभियान चलाया जाता है। इसके तहत हर वर्ष वंचित परिवार के पांच प्रतिभाशाली बच्चों का चयन किया जाता है। फेलोशिप के तहत बच्चों को मैट्रिक से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई में मार्गदर्शन व सहयोग किया जाता है। इसका सकारात्मक परिणाम सामने आने लगा है।
पिछले सप्ताह झारखंड इंटरमीडिएट-2024 के परिणाम जारी हुए थे। इसमें वीर शहीद गणेश हांसदा फेलोशिप के तीसरे बैच 2022 के सभी पांच बच्चों ने विज्ञान संकाय से पढ़ाई कर इंटरमीडिएट परीक्षा पास कर ली है। चार बच्चों ने प्रथम श्रेणी से परीक्षा उत्तीर्ण की, वहीं एक बच्चे ने द्वितीय श्रेणी से परीक्षा पास की। मुसाबनी के बादिया गांव की कल्याणी थायल व चाकुलिया के सोनाहातु गांव के अमृत महतो 405 अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप से अव्वल रहे।
इंटरमीडिएट परीक्षा में सफल बच्चों को शहीद गांव कोसाफालिया स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में शहीद गणेश हांसदा के पिता सुगदा हांसदा द्वारा सम्मानित किया। कार्यक्रम में सुगदा हांसदा ने बच्चों का मुंह मीठा कराते हुए अंगवस्त्र, भारत का मानचित्र व प्रतियोगी पत्रिका देकर सम्मानित किया। इस दौरान शहीद के पिता ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने हुए बताया कि शहीद गणेश की याद में पढ़ाई कर रहे बच्चों की सफलता देखकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। सभी बच्चे ऐसे ही अच्छा करेंगे, और आगे चलकर देश का नाम रोशन करेंगे। यही कामना है।
सम्मान समारोह में बहरागोड़ा के पुटुलियाशोल गांव के जयदीप महाकुड, अर्जुनबेडा गांव की शिवानी घोष, चाकुलिया के सोनाहातू गांव के अमृत महतो, मुसाबनी के बादिया गांव की कल्याणी थायल, लावकेसरा गांव की कोमल मार्डी को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान फ़ेलोशिप अभियान की शुरुआत करने वाले निश्चय के संस्थापक तरुण कुमार ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए बताया गया कि सभी बच्चों ने 12वी में काफी बेहतर प्रदर्शन किया, आपकी सफलता से हम सभी बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। वहीं, आपकी मेहनत वीर शहीद गणेश हांसदा की प्रेरक कहानी अन्य बच्चों को भी प्रेरित करेगी। 12वी के बाद की पढ़ाई अब बेहद महत्वपूर्ण है, अब स्नातक की पढ़ाई पर ही आप सभी के जीवन की दिशा काफी हद तक निर्भर करेगी, अब योजनाबद्ध पढ़ाई के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास एवं समय प्रबंधन की आदत भी खुद में विकसित करनी होगी। बच्चों को व्यक्तित्व विकास की किताबो को पढ़कर खुद की पहचान करने को भी प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम के बाद फेलोशिप टीम ने बच्चों के घर-घर जाकर उनके अभिभावकों को बच्चों के स्नातक की पढ़ाई के लिए विज्ञान विषयों से स्नातक, मास कम्युनिकेशन, कृषि विज्ञान, फार्मेसी, मेडिकल, नर्सिंग व अन्य कोर्सेज व संभावनाओं की जानकारी बच्चों के रुचि के अनुसार दी। बच्चों को अच्छे से सोच विचार कर कोर्स चयन करने की सलाह दी गई, वहीं, पढ़ाई में हरसंभव सहायता व मार्गदर्शन जुटाने का मनोबल दिया गया।
बच्चों एवं अभिभावकों ने बताया कि वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप के माध्यम से नियमित मार्गदर्शन एवं आर्थिक सहायता से ही उनकी पढ़ाई सुचारू ढंग से सम्भव हो पाई। इस मौके पर शहीद के बड़े भाई दिनेश हांसदा, तरुण कुमार, रूपनारायण बेरा, सुदाम हेंब्रम, बैद्यनाथ हांसदा, गौरव क्रांतिगुरु, भवानंद एवं अन्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन तरुण कुमार ने किया।
बताते चलें कि पिछले चार वर्षों में वीर शहीद गणेश हांसदा फेलोशिप से जुड़कर 22 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। इनमे एक बच्चे का चयन भारतीय डाक सेवा व दो बच्चों का चयन टाटा स्टील अप्रेंटिस के लिए भी हो चुका है। बच्चों की पढ़ाई में सहयोग करने के इच्छुक व्यक्ति व संगठन 9470381724 पर संस्था से संपर्क कर सकते हैं।
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