जमशेदपुर/Private School Hungama : शहर के निजी स्कूलाें में 9वीं व 11वीं कक्षा में बच्चाें के फेल हाेने का मामला लगातार सामने आ रहा है। अब तक करीब एक दर्जन से अधिक बड़े स्कूलाें में 1 हजार से अधिक बच्चाें के फेल हाेने का दावा अभिभावक संघ ने किया। इसके विराेध में साेमवार काे डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल कदमा व केएसएमएस गाेलमुरी व दयानंद पब्लिक स्कूल में बच्चाें काे व उनके अभिभावकाें ने हंगामा किया।
इसके बाद वे जिला शिक्षा विभाग पहुंचे और जिला शिक्षा अधीक्षक काे ज्ञापन साैंपा और छात्राें अगले कक्षा में प्रमाेट करने की मांग की। वहीं कुछ छात्र एसडीओ कार्यालय गए और पूरे मामले की जानकारी देते हुए न्याय की मांग की। इस दाैरान एसडीअाे ने कहा कि अभिभावक छात्राें काे लेकर पहले स्कूल प्रबंधन के पास जाएं।
अगर वहां से न्याय नहीं मिलता है ताे वे इस मामले काे देखेंगी। छात्राें का आराेप था कि स्कूल प्रबंधन ने बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें फेल किया और टीसी लेने की बात कह दी है।
Private School Hungama : डीसी से मिला स्कूलाें का प्रतिनिधिमंडल
वहीं इस पूरे विवाद के बीच स्कूलाें का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी अनन्य मित्तल से मिला और उन्हें परीक्षा परिणाम जारी करने काे लेकर काउंसिल फाॅर द इंडियर स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) बाेर्ड के निर्देशाें से अवगत कराते हुए कहा कि सभी विषयाें या तीन से अधिक विषयाें में फेल हाेने वाले छात्राें काे पास कर बाेर्ड के खिलाफ नहीं जा सकते हैं। इस पर डीसी ने कहा कि स्कूल बाेर्ड के निर्देश के साथ ही बच्चाें के भविष्य काे ध्यान में रखते हुए फैसला हैं। ताकि किसी काे नुकसान न हाे।
इन स्कूलाें में भी फेल हुए हैं बच्चे:
डीबीएमएस: 65
केएसएमएस: 120
नरभेराम हंसराज: 50
दयानंद पब्लिक स्कूल: 60
राजेंद्र विद्यालय: 150
हिलटाॅप: 36
टैगाेर एकेडमी: 13
स्कूल एसाेसिएशन का तर्क:
अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसाेसिएशन के महासचिव बी चंद्रशेखरन की मानें ताे जाे भी छात्र फेल हुए हैं। वे शुरू से ही कमजाेर रहे हैं और इसकी जानकारी उनके अभिभावकाें काे दी गयी है। अगर उनके अंक पत्र काे देखें ताे अधिकतर तीन से चार विषयाें में फेल हुए हैं। जबकि कई ताे सारे विषयाें में। ऐसे में उन्हें पास या प्रमाेट नहीं किया जा सकता। अभिभावकाें काे यह बात समझनी हाेगी।