जमशेदपुर/KU Financial Irregularities: कोल्हान विश्वविद्यालय में लगातार वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आ रहे हैं। छह माह पहले जीएसटी और अब बिना बजट अनुमोदन के पिछले दो साल से वोकेशनल सेल के शिक्षकों एवं कर्मियों के वेतन भुगतान का मामला सामने आया है। पहले 68 लाख के जीएसटी भुगतान में अनियमितता और अब वोकेशनल कोर्स के शिक्षकों एवं कर्मियों के वेतन भुगतान में अनियमितता की बात सामने आई है।
दरअसल विभिन्न कालेजों में चल रहे वोकेशनल कोर्स के शिक्षकों एवं कर्मियों का वेतन भुगतान जनवरी 2024 से नहीं हुआ है। इस कारण शिक्षक एवं कर्मी वेतन भुगतान की मांग कर रही है। जब इनके वेतन भुगतान की संचिका आगे बढ़ी तो वित्त पदाधिकारी डा. विनय सिंह ने पाया कि इन्हें तो बिना बजट अनुमोदन के ही मानदेय का भुगतान हो रहा था। इस कारण इनका वेतन भुगतान रोक दिया गया।
यह एक तरह से वित्तीय अनियमितता है। इसके बाद इसकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ हुई तो पाया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में पूरे साल का बजट अनुमोदन नहीं था, फिर भी इस कोर्स के शिक्षकों एवं कर्मियों का वेतन भुगतान कर दिया गया। इधर वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिसंबर तक का भुगतान कर दिया गया।
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KU Financial Irregularities: राजभवन को दी जाएगी पूरी जानकारी
मामला गरमाया तो प्रभारी कुलपति हरि कुमार केशरी ने विश्वविद्यालय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में वोकेशनल सेल के कोर्डिनेटर डा. संजीव आनंद, रजिस्ट्रार डा. राजेंद्र भारती, वित्त पदाधिकारी डा. विनय कुमार सिंह उपस्थित थे। बैठक में वोकेशनल सेल के शिक्षकों एवं कर्मियों के वेतन बिना बजट अनुमोदन का देने तथा उनका जनवरी से मानदेय बकाया का मामला अब राजभवन को भेजे जाने का निर्णय लिया गया है।
प्रभारी कुलपति हरि कुमार केशरी ने चाईबासा में आयोजित बैठक में विश्वविद्यालय को रजिस्ट्रार को निर्देश दिया कि पूरे तथ्यों के साथ रिपोर्ट राजभवन को भेजें। मालूम हो कोल्हान विश्वविद्यालय में बीएड, बीबीए, बीसीए, बीएससी आइटी के शिक्षकों एवं कर्मियों का वेतन माह जनवरी 2024 से अब तक नहीं मिला है।
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