नई दिल्ली/JNU Student Union Election: करीब चार साल बाद हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्रसंघ चुनाव को लेकर पूरे देश में उत्सुकता है। चुनाव का परिणाम रविवार की रात नौ बजे तक आने की उम्मीद है। इसकी घोषणा विश्वविद्यालय की चुनाव समिति द्वारा की जाएगा। फिलहाल वोटों की गिनती जारी है। इस बार के चुनाव में बंपर वोटिंग हुई है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कोई चौंकाने वाले परिणाम सामने आ सकते हैं। वोटों की गिनती शुक्रवार की आधी रात से ही शुरू है जो लगातार जारी है।
JNU Student Union Election: पिछले चुनाव से अधिक हुआ मतदान
इस बार के चुनाव का मतदान पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक हुआ है। बीते साल 68 प्रतिशत मतदान हुआ था। जबकि इस साल 73 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस बार पिछली बार की अपेक्षा पांच प्रतिशत अधिक मतदान हुआ है। कहा जा रहा है कि इस चुनाव में मतदाताओं के जागरूक होने के कारण ही पिछले साल की तुलना में मतदान में करीब पांच फीसदी बढ़ोतरी हुई है।
इनके बीच सीधा मुकाबला
JNU छात्रसंघ चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद के लिए काफी कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है। सीधा मुकाबला नक्सली हमले में पिता को खोने वाले, दलित व आदिवासी समुदाय के एबीवीपी प्रत्याशी उमेश चंद्र अजमीरा और दलित समुदाय के वामदल गठबंधन के धनंजय के बीच है।
इस चुनाव में वामदल समर्थित गठबंधन ने एक नया प्रयोग किया है। 25 साल के बाद अध्यक्ष पद के लिए दलित चेहरे को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस बार दोनों प्रत्याशी में एक समानता है कि कि दोनों दलित समुदाय से ही हैं। ऐसे में मुकाबला काफी कड़ा माना जा रहा है। दोनों प्रत्याशियों की मतदाताओं के बीच अपनी-अपनी पैठ है। अब देखना है कि परिणाम किसके पक्ष में आता है।
ABVP ने किया दावा
इधर, ABVP के सदस्यों ने शनिवार को दावा किया है कि नौ में से पांच स्कूल काउंसलर पद पर भगवा ने क्लीन स्वीप की है। इसके अलावा 18 में से 12 काउंसलर सीटों पर भी जीत हासिल की है। हालांकि,JNU छात्रसंघ चुनाव समिति की ओर से इस संदर्भ में अभी तक कोई भी परिणाम की घोषणा नहीं की गई है। अब इंतजार है मतगणना पूरी होने के बाद परिणामों की घोषणा का।
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