एंटरटेनमेंट डेस्क। दिलजीत दोसांझ अभिनीत फिल्म Punjab ’95, जो बीते एक साल से अधिक समय से केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पास अटकी हुई है। फिल्म अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज होने के लिए तैयार है, लेकिन निर्माताओं ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि इसे भारत में प्रदर्शित किया जाएगा या नहीं।
शुक्रवार को पंजाबी सिंगर-एक्टर ने सोशल मीडिया पर फिल्म का ट्रेलर जारी करते हुए बताया कि यह फिल्म अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 7 फरवरी को रिलीज होगी। दिलजीत ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लिखा, “पीएसः फुल मूवी, नो कट्स।
गौरतलब है कि दिलजीत दोसांझ की हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि इसके बाद फिल्म भारत में भी रिलीज हो सकती है। पंजाब ’95 मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालरा के जीवन पर आधारित है। सीबीएफसी ने इससे पहले फिल्म में 120 कट लगाने का प्रस्ताव दिया था। खालरा ने 90 के दशक की शुरुआत में आतंकवाद के दौरान सिख युवाओं की पंजाब पुलिस की न्यायोत्तर हत्याओं का पर्दाफाश किया था। खबरों के अनुसार, 1995 में उनका अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई थी। बाद में पंजाब पुलिस के 6 अधिकारियों को उनके अपहरण और हत्या करने का दोषी करार दिया गया था।
दिलजीत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था- “पंजाब ’95 फरवरी में”
11 जनवरी को दिलजीत ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक स्टोरी पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने लिखा था, “पंजाब ’95 फरवरी में”। उन्होंने फिल्म से संबंधित कुछ स्टिल्स भी साझा की थी। इंस्टाग्राम पर इसी तरह की एक पोस्ट में, दिलजीत ने तस्वीरों को कैप्शन दिया: “आई चैलेंज द डार्कनेस।
बायोपिक परिवार की सहमति से बनी है फिल्म- परमजीत कौर
खालरा की पत्नी परमजीत कौर खालरा ने सेंसर बोर्ड की 120 कट लगाने की मांग की निंदा करते हुए कहा था कि उनके पति के जीवन पर बनी बायोपिक परिवार की सहमति से बनी है और इसे बिना किसी कट के रिलीज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि चार साल पहले उनके परिवार ने फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी थी और निर्देशक हनी त्रेहान को फिल्म बनाने की अनुमति दी थी। जिसमें दिलजीत दोसांझ ने खालरा की भूमिका निभाई थी। परिवार ने 2022 में भी फिल्म देखी थी और कहा था कि वह पंजाब के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अवधि के दौरान मानवाधिकारों के लिए कार्यकर्ता के संघर्ष के चित्रण से संतुष्ट है।
पहले लगाए गए थे फिल्म में 120 कट्स
ये कहानी जसवंत सिंह खालरा के जीवन पर आधारित है। जिन्होंने 1984-1994 के बीच पंजाब विद्रोह के दौरान सिख युवाओं के लापता होने और हत्या किए जाने की जांच की थी। सेंसर बोर्ड का मानना था कि फिल्म के कुछ सीन्स और कुछ डायलॉग्स विवादित हो सकते है। इसके बाद मेकर्स इसका विरोध करने लगे और री-वाइज़िंग कमिटी के पास पहुंचे, तो उन्होंने फिल्म में 120 कट्स लगवा दिए।
इससे पहले जब मूवी को सेंसर बोर्ड के पास भेजी गई थी, तो इसका नाम Ghallughara था। तब प्रोड्यूसर रॉनी स्क्रूवाला ने सेंसर बोर्ड के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटाया था। जिसके कारण फिल्म को 2023 के टोरंटो फेस्टिवल के लाइन-अप से बाहर होना पड़ा था।
‘चमकीला’ व ‘जोगी’ फिल्मों में दिखा चुके है अपनी दमदार एक्टिंग
Honey Trehan की इस फिल्म के टीज़र की शुरूआत में दिखते है- अर्जुन रामपाल, जो पंजाब के इतिहास में हुई कई ज़रूरी घटनाओं पर बात करते दिख रहे है। जैसे ऑपरेशन ब्लूस्टार, इंदिरा गांधी की हत्या और 1984 के दंगे। इसके बाद दिलजीत के किरदार जसवंत सिंह खालड़ा को इंस्ट्रोड्यूस करवाया जाता है। दिलजीत, वैसे भी ‘चमकीला’ और ‘जोगी’ जैसी फिल्मों में अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत चुके है। ‘पंजाब 95’ में भी उनका रोल बेहद इंटेंस है।