रांची : झारखंड के गोड्डा लोक सभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी व निवर्तमान सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) पर FIR दर्ज कराई गई है। निशिकांत और उनकी पत्नी अनामिका गौतम सहित अन्य के खिलाफ जसीडीह थाने में मामला दर्ज किया गया है। जसीडीह थाना क्षेत्र के दर्दमारा बॉर्डर स्थित परित्राण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को साजिश के तहत हड़पने एवं धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में
सुसंगत धाराओं के तहत 406, 409, 420, 467, 468, 471, 120बी, 34 में मामला दर्ज किया गया है। यह एफआईआर बावनबीघा निवासी 56 वर्षीय शिव दत्त शर्मा पिता ज्वाला प्रसाद सिंह ने दर्ज करवाई है।
निशिकांत बोले- DRT कोर्ट के नीलामी में खरीदा कॉलेज (Nishikant Dubey)
थाने में मामला दर्ज होने पर आपत्ति जताते हुए गोड्डा से भाजपा प्रत्याशी निशिकांत ने कहा कि अगर झारखंड पुलिस आरोप साबित कर दे, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। निशिकांत दुबे ने कहा कि इस FIR में यह कहा गया है कि मैंने एक करोड़ दिया है। यदि झारखंड पुलिस यह साबित कर दे, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। यह मेडिकल कॉलेज DRT कोर्ट के नीलामी में खरीदा गया है। झारखंड हाईकोर्ट ने इस पर मुहर लगाई है। मैं इसका ट्रस्टी नहीं हूं, मैं भाजपा का सिपाही हूं। पूरे सोरेन परिवार को जेल भेजूंगा। इस फुटफुटिया से मेरा क्या होगा।
जानिए क्या है एफआईआर में
दर्ज एफआईआर के मुताबिक, शिव दत्त शर्मा जसीडीह थाना क्षेत्र के दर्दमारा के दम्मा के पास परित्राण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) खोलने वाले थे। कॉलेज भवन बनकर तैयार हो गया। इस कॉलेज को संचालन के लिए पीएनबी की अगुआई में बैंकों के संघ ने 93 करोड़ रुपए के ऋण को मंजूर किया। लेकिन, साल 2009 मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने नियमों में बदलाव किया। इस बदलाव की शर्तों को पूरा नहीं कर पाने की वजह से कॉलेज खोलने की अनुमति नहीं मिल सकी।
पीएमसीएच के लिए साझेदार ढूंढने का वादा
दर्ज एफआईआर में शिव दत्त शर्मा (शंभू शर्मा) ने कहा है कि इस बात की जानकारी सांसद निशिकांत और उनकी पत्नी अनामिका को हुई तो उन्होंने मालिक बनने की इच्छा जाहिर की। सांसद निशिकांत दुबे ने यह कहकर मेरा विश्वास जीता कि वो पीएमसीएच के लिए एक साझेदार ढूंढेंगे और इसे वित्तीय संकट से उबारेंगे।
कांग्रेस ने किया निशिकांत पर हमला
यह मामला प्रकाश में आने के बाद झारखंड कांग्रेस ने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्विट कर सांसद निशिकांत दुबे पर निशाना साधा और कहा कि राम नाम जपना, पराया माल अपना। क्या ED/IT/CBI इस पर संज्ञान लेगी या सिर्फ विपक्षी नेताओं का ही जांच करने को कहा गया है इनको। केंद्रीय एजेंसियां त्वरित कार्रवाई करे।
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