मुंबई :Mumbai hoarding incident: मुंबई के घाटकोपर में तूफान के दौरान पेट्रोल पंप पर लगी होर्डिंग गिरने के बाद 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में होर्डिंग बोर्ड से दब कर 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। अब इस मामले में मुंबई पुलिस ने राजस्थान के उदयपुर में बड़ी कार्रवाई की है।
पुलिस ने इस मामले के आरोपी भावेश भिड़े को गिरफ्तार कर मुंबई लाया है। भावेश उस होर्डिंग कंपनी का मालिक है, जिसके गिरने की वजह से कई लोगों की जान चली गई। मुंबई की क्राइम ब्रांच ने उदयपुर में अपने गुप्त ऑपरेशन को अंजाम दिया। मुंबई में हादसे के बाद भावेश उदयपुर के एक होटल में जाकर छिप गया था।
Mumbai hoarding incident: उदयपुर के होटल से मिला भावेश भिंडे
मुंबई पुलिस की कुल आठ टीमों को भिड़े का पता लगाने के लिए विभिन्न स्थानों पर भेजा गया था। होर्डिंग गिरने के तीन दिन बाद आखिरकार गुरुवार शाम को उदयपुर में उसे ढूंढ लिया गया। पुलिस के मुताबिक लोनावला जाने के बाद भिंडे अगले दिन मुंबई लौट आया। वहां से वह ठाणे गया, फिर अहमदाबाद गया और कई बार स्थान बदलने के बाद वह अपना नाम बदलकर उदयपुर के एक होटल में छिप गया। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट सीपी-क्राइम लख्मी गौतम ने मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की एक टीम को उदयपुर भेजा, जहां उन्होंने उसे ट्रैक किया और हिरासत में ले लिया।
Mumbai hoarding incident: अवैध जमीन पर लगाया गया था बिलबोर्ड
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है कि ढहने वाली जगह पर खोज और बचाव अभियान गुरुवार सुबह 10 बजे समाप्त हुआ। अवैध बिलबोर्ड राजकीय रेलवे पुलिस के कब्जे वाली जमीन पर लगाया गया था। इस घटना ने मुंबई में विज्ञापन प्रतिष्ठानों की नियामक निगरानी में गंभीर खामियों को उजागर किया है, जिससे सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की मांग उठने लगी है।
Mumbai hoarding incident: लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज था होर्डिंग बोर्ड
मुंबई के घाटकोपर में 13 मई को गिरा 120X120 फुट का होर्डिंग इतना बड़ा था कि उसका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। वहीं, बीएमसी के मुताबिक, 40 x40 फीट से बड़े बिलबोर्ड को लगाने की अनुमति नहीं है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की थी कि सरकार घायलों की चिकित्सा खर्च वहन करेगी और दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये देगी। वहीं, घाटकोपर होर्डिंग घटना के बाद बीएमसी ने घोषणा की थी कि इस समय मुंबई में किसी भी नए होर्डिंग लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे विज्ञापन बोर्ड किसी भी सरकारी या निजी परिसर में हो।
Mumbai hoarding incident: राजस्थान पुलिस को भी नहीं लगी गिरफ्तारी की भनक
ये भी बताया जा रहा है कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने जो कार्रवाई की है। इसकी भनक राजस्थान पुलिस को नहीं है। मुंबई पुलिस ने स्थानीय पुलिस की कोई मदद नहीं ली है। मुंबई क्राइम ब्रांच लगातार भावेश भिड़े के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। इस बीच मुंबई क्राइम ब्रांच ने उदयपुर में अपने गुप्त ऑपरेशन को अंजाम दिया। भावेश उदयपुर के एक होटल में आकर छिपा था, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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