जामताड़ा : धनबाद के गोविंदपुर का रहने वाला अशोक रविदास अपनी ससुराल में रहकर यहां ग्रुप बनाकर साइबर ठगी कर रहा था। जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस ने गुरुवार की देर रात तक चली छापेमारी के दौरान आरोपित अशोक के साथ आठ साइबर ठगों को दबोचा है। यह छापेमारी ट्रेनी डीएसपी चंद्रशेखर और साइबर थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह की अगुवाई में की गई। टीम ने करमाटांड़ के देवलबाड़ी और नारायणपुर थाना क्षेत्र के मोहलीडीह से इन आरोपितों को दबोचा है।
ससुराल में रहकर कर रहा था साइबर ठगी
आरोपित अर्जुन मंडल करमाटांड़ के पिंडारी गांव का रहने वाला है, जबकि चंदन कुमार मंडल मटटांड, सुरेश मंडल, किशोर मंडल और विशाल मंडल करमाटांड़ थाना क्षेत्र के ही देवलवाड़ी का रहने वाला है। जबकि, नारायणपुर थाना क्षेत्र के मोहलीडीह में छापेमारी के दौरान जामताड़ा थाना क्षेत्र के पोसोई के बापन दास, मोहलीडीह के वरुण दास और धनबाद के गोविंपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले अशोक रविदास को दबोचा है। अशोक काफी दिनों से अपनी ससुराल में ही रहकर इन आरोपितों के साथ साइबर ठगी के धंधे में संलिप्त था।
इस बात की जानकारी जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी ने शुक्रवार को दोपहर बाद प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। नैथानी ने बताया कि आरोपितों के पास से छापेमारी के दौरान पुलिस टीम ने 15 मोबाइल, 24 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड और एक डायरी बरामद हुई है। इस डायरी में आरोपितों के अन्य कई साथियों के खातों के डिटेल्स हैं, जिनके अकाउंट्स में ठगी के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। सभी आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज उन्हें जेल भेज दिया गया है। ये शातिर कई ई-कामर्स कंपनियों पर कस्टमर केयर नंबर के तौर पर अपना मोबाइल नंबर दर्ज कर लोगों को झांसे में लेते थे और उनसे डिटेल्स मिलते ही ठगी का शिकार बना लेते थे।
साइबर ठगी के मामले में छत्तीसगढ़ से सजा काटकर लौटा है अर्जुन मंडल:-
पुलिस की जांच के दौरान पता चला है कि आरोपित करामटांड़ थाना क्षेत्र के पिंडारी का रहने वाला अर्जुन मंडल काफी समय से साइबर ठगी की वारदात में संलिप्त था। उसने साइबर ठगी के जरिए जामताड़ा समेत अन्य कई जगहों पर लाखों की संपत्ति भी बना रखी है। अर्जुन के खिलाफ छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला स्थित पद्मनागपुर थाने में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में अप्रैल 2023 में ही वह साइबर ठगी के मामले में छत्तीसगढ़ के जेल गया था। लेकिन जेल से निकलने के तुरंत बाद वह दोबारा से साइबर ठगी के धंधे में संलिप्त हो गया। जबकि देवलबाड़ी चंदन मंडल और जामताड़ा स्थित पाेसोई गांव के बापन दास के खिलाफ साइबर ठगी के मामले में जामताड़ा थाने में केस दर्ज है।
कई राज्यों में फैला रखा है ठगी का साम्राज्य:-
पुलिसिया जांच और आरोपितों के पास से मिली डायरी के आधार पर पुलिस को पता चला है कि आरोपितों ने छत्तीसगढ़, ओडिसा, बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में अपना ठगी का नेटवर्क बना रखा है। जहां इनके साथ ठगी में शामिल आरोपितों के साथ ये बैंक अकाउंट साझा करते और पैसों की निकासी के बाद लेनदेन करने के साथ ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इन शातिरों के पास से मिले सिम कार्ड महाराष्ट्र, ओडिसा, छत्तीगढ़ और आसाम के मिले हैं। पुलिस इन्हें सिम उपलब्ध करवाने वाले और संबंधित ठिकानों पर इनके साथ अपराध में शामिल आरोपितों की डिटेल्स इकट्ठा करने में जुटी है।
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