चाईबासा/Chaibasa Naxali Surrender: झारखंड में भाकपा माओवादी संगठन के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। राज्य के घोर नक्सल प्रभावित पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में 15 नक्सलियों ने एक साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में एक नाबालिग बच्चा और दो महिलाएं भी शामिल हैं। ये सभी पश्चिमी सिंहभूम जिले के ही निवासी हैं और मिसिर बेसरा के दस्ते से जुड़े थे।
गुरुवार को चाईबासा स्थित पुलिस लाइन में पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन, पुलिस एवं सीआरपीएफ के समक्ष सामूहिक रूप से कोल्हान और सारंडा के बीहड जंगलों में सक्रिय इन नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में टोंटो थाना अंतर्गत रेंगड़ा गांव के गुटूसाई टोला का रहने वाला प्रधान कोड़ा उर्फ देवेन कोड़ा (45 वर्ष), गोइलकेरा थाना अंतर्गत सासांगसाल गांव निवासी चंद्रोमोहन उर्फ चंद्रो अंगारिया (29 वर्ष), टोंटो थाना के हुसीपी गांव का पगला गोप उर्फ घासीराम गोप (49 वर्ष), गोइलकेरा के कुइड़ा गांव के श्रीजंगकोचा का विजय बोयपाई उर्फ अमन बोयपाई (23 वर्ष),
टोंटो थाना अंतर्गत तुम्बाहाका के पुर्ती टोला का गंगराम पपुरती उर्फ मोटका पुरती (19 वर्ष), टोंटो के रेंगड़ाहातु का बोयो कोड़ा (46 वर्ष), रेंगड़ाहातु का जोगेन कोड़ा (44 वर्ष), रेंगड़ाहातु की पेलोंग कोड़ा उर्फ नीशा कोड़ा (19 वर्ष), छोटानागरा के बाहदा का सोनु चांपिया (19 वर्ष), तुम्बाहाका के पुर्ती टोला का रामजा पुरती उर्फ डुगूद पुरती (49 वर्ष), तुम्बाहाका के बारूसाई टोला का सोहन सिंह हेम्ब्रम उर्फ सीनू (24 वर्ष), गोइलकेरा के सासांग का डोरन चाम्पिया उर्फ गोलमाय (23 वर्ष), छोटानागरा थाना अंतर्गत तितलीघाट का सुशील उर्फ मोगा चाम्पिया (50 वर्ष), तितलीघाट की मनी चाम्पिया (40 वर्ष) व एक नाबालिग शामिल हैं।
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Chaibasa Naxali Surrender : जंगल में भटक रहे नक्सली करें सरेंडर वरना मारे जायेंगे : डीआइजी
15 नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने के बाद कोल्हान डीआइजी मनोज रत्न चोथे ने कहा कि आज का दिन काफी बड़ा है। 15 नक्सली मुख्यधारा में जुड़ने जा रहे हैं। अब कोई विचारधारा की लड़ाई नहीं लड़ी जा रही है। माओवादी संगठन का काम केवल लेवी वसूलना और कमजोर का शोषण करना रह गया है।
भाकपा माओवादियों के विरूद्ध संयुक्त बलों के द्वारा लगातार संचालित नक्सल विरोधी अभियान, संगठन के आंतरिक शोषण से क्षुब्ध होकर तथा प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर ही भाकपा (माओवादी) नक्सली संगठन के केन्द्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा उर्फ सागर और पतिराम मांझी उर्फ अनल की टीम के सक्रिय एवं मारक दस्ता के सदस्य, कोल्हान तथा सारंडा के सुदूर जंगल-पहाड़ी क्षेत्रों के चप्पे-चप्पे की जानकारी रखने वाले 15 नक्सलियों के आत्मसमर्पण का हम स्वागत करते हैं। साथ ही यह अपील करते हैं कि जंगल में भटक रहे अन्य नक्सली भी इनकी तरह आत्मसमर्पण कर दें, वरना पकड़े जाने पर मारे जायेंगे।