नई दिल्ली : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 67वीं परीक्षा के परिणाम (BPSC 67 Result) की घोषणा की है। इस परीक्षा के माध्यम से बिहार सरकार को कुल 799 नए अफसर मिले हैं। इस परीक्षा में शामिल होने वाले 2090 उम्मीदवारों में 799 ने पास किया है, और एक दिलचस्प तथ्य यह है कि इस ग्रुप में चार लड़कियों ने टॉप 5 में अपनी जगह बनाई है। इसके साथ ही टॉप 10 में 6 लड़कियां हैं।
बीपीएससी 67वीं फाइनल परीक्षा का रिजल्ट जारी
दूसरे स्थान पर निकिता कुमारी ने अपने प्रशासनिक योग्यता का प्रमाण दिया है, जबकि तीसरे स्थान पर अंकित चौधरी ने भी अपने साक्षरता और उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है। चौथे स्थान पर अपेक्षा मोदी और पांचवें स्थान पर सोनल सिंह ने भी प्रमाणित किया है कि महिलाएं भी उच्च स्तर की प्रशासनिक परीक्षाओं में महारत हासिल कर सकती हैं।
अमन आनंद रहे BPSC 67वीं परीक्षा के टॉपर
आनंद का यह दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में उन्होंने 66वीं बीपीएससी परीक्षा में 52वीं रैंक हासिल की थी। उन्हें आरडीओ (RDO) का पद मिला था। वर्तमान में वे मधुबनी डीआरडीए (District Rural Development Agency) में प्रशिक्षु आरडीओ के पद पर कार्यरत हैं। अमन आनंद ने इस सफलता के लिए ईश्वर का आभार व्यक्त किया है।
आईएएस अधिकारी बनने का है सपना
अमन आनंद ने दिल्ली के एनएसआईटी (NSIT) इंस्टिट्यूट से आईटी में बीटेक किया है, लेकिन उनका सपना हमेशा से प्रशासनिक सेवा में जाने का था। वे ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद बीपीएससी की तैयारी में जुट गए। उनके सफल प्रयास का सबसे बड़ा सबक है कि सफलता पाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने बताया कि बीपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए सबसे पहले आपका बेसिक क्लियर होना बहुत जरूरी है। उन्होंने एनसीईआरटी (NCERT) की किताबों का अध्ययन करते हुए परफेक्ट नोट्स तैयार करने का सुझाव दिया। प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की पढ़ाई करने से ही बेहतर परिणाम संभव है।
इंटरव्यू का अनुभव
आनंद ने बताया कि इंटरव्यू में नॉर्मल सवाल पूछे गए थे। वह यह समझने की कोशिश कर रहे थे कि वे उनके ज्ञान, समझ और व्यक्तिगत योग्यता के बारे में कितने जानते हैं। इंटरव्यू के दौरान उन्हें जिन चीजों के बारे में सवाल पूछे गए, उन्होंने सीधे और स्पष्ट तरीके से जवाब दिए। उन्होंने बताया कि यदि आप किसी चीज के बारे में नहीं जानते, तो अंदाजन कोई जवाब मत दें, क्योंकि ऐसा करने से आप खुद को और भी समस्याओं में फंसा सकते हैं।
सेल्फ-स्टडी है सफलता का मूल मंत्र
दरअसल, अमन आनंद ने बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी के लिए किसी कोचिंग की आवश्यकता नहीं महसूस की। वे खुद से ही सभी नोट्स तैयार करते हुए ऑनलाइन स्टडी करते रहे। उनके मेहनत, समर्पण, और निरंतर प्रयास सफलता की कुंजी हो सकती है। उन्होंने यह साबित किया कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कोई भी शॉर्टकट नहीं होती, बल्कि सही दिशा में कठिन प्रयास ही आपको सफलता की चोटी तक पहुंचा सकता है।
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