नई दिल्ली : Hinduja Group : इंश्योरेंस सेक्टर के रेगुलेटर इरडा ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IndusInd International Holdings Limited) की बोली को सशर्त मंजूरी दे दी है। आईआईएचएल के प्रवक्ता ने कहा कि हमें अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर इरडा से मंजूरी मिलने की खुशी है। मंजूरी कुछ नियामक, वैधानिक और न्यायिक मंजूरियों और अनुपालनों के अधीन है।
प्रवक्ता ने ये भी कहा कि आईआईएचएल अधिग्रहण को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसका लक्ष्य एनसीएलटी की निर्धारित तिथि 27 मई,2024 तक इसे पूरा करने का है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम इस अवसर पर नियामकों और प्रशासकों सहित सभी हितधारकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं।
Hinduja Group 27 मई से पहले पूरी होगी अधिग्रहण प्रक्रिया
इस बदलाव को लेकर कहा जा रहा है कि हिंदुजा ग्रुप बीमा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत करने की इच्छा रखता है। रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण से बीमा सेक्टर के विकास में भी नई संवेदनशीलता देखने को मिल सकती है। मॉरीशस स्थित आईआईएचएल कंपनी के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि यह ट्रांजैक्शन राष्ट्रीय कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की ओर से तय तारीख 27 मई से पहले पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए बीमा नियामक इरडा से हरी झंडी मिल चुकी है।
इंश्योरेंस सेक्टर को नई दिशा मिलने का संकेत
रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के जरिए हिंदुजा ग्रुप को बीमा क्षेत्र में अपनी एंट्री और विकास की काफी उम्मीद हैं। इंश्योरेंस सेक्टर में विदेशी निवेश से भी सपोर्ट मिलेगा जो 74 फीसदी की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सीमा को पूरा करने में मददगार साबित हो सकता है। वहीं, अब हिंदुजा ग्रुप के कंसोर्टियम में अशोक हिंदुजा, हर्ष हिंदुजा और शोम हिंदुजा की बड़ी हिस्सेदारी है। यह अधिग्रहण भारतीय बीमा सेक्टर को नई दिशा मिलने का बड़ा संकेत देता है। इसके साथ ही यह बीमा क्षेत्र के लिए एक नया दिन हो सकता है, जिसमें नए निवेशकों को आत्मविश्वास मिलेगा और उन्हें ज्यादा ग्रोथ के लिए मौके मिलेंगे।
Hinduja Group 2018 से चल रही थी रिलायंस कैपिटल की स्थिति खराब
रिलायंस कैपिटल की हालत बहुत खराब है। कंपनी ने दिसंबर 2018 के बाद अपना फाइनेंशियल रिजल्ट तक जारी नहीं किया। वहीं, 2018 में कंपनी का रेवेन्यू 568 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 89 करोड़ रुपये था। रिलायंस कैपिटल में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 1.51 फीसदी और जनता के पास 97.85 फीसदी हिस्सेदारी थी।
कंपनी के प्रमोटर्स में अनिल अंबानी के पास 11.06 लाख शेयर , टीना अंबानी के पास 2.63 लाख शेयर, जय अनमोल अंबानी के पास 1.78 लाख शेयर और जय अंशुल के पास 1.78 लाख शेयर थे। वही कोकिलाबेन अंबानी के पास 5.45 लाख शेयर थे।
साथ ही बता दें कि रिलायंस कैपिटल अपने ग्राहकों को फाइनेंस से जुड़ी करीब 20 तरह की सर्विसेस प्रदान करती थी। इनमें लाइफ इंश्योरेंस, जनरल इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी सर्विसेज प्रमुख हैं। वहीं, यह कंपनी होम लोन, कमर्शियल लोन, इक्विटी और कमोडिटी ब्रोकिंग जैसे सेक्टर में भी सेवाएं मुहैया कराती थी।
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